गोरखपुर: महिलाओं को सशक्त बनाकर समाज के हर क्षेत्र में बदलाव संभव है, यह संदेश गोरखनाथ मंदिर में नवमी तिथि पर होने वाले कन्या पूजन के माध्यम से स्पष्ट होता है। इस परंपरा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अपने मिशन शक्ति के तहत लगातार विस्तार दिया है।
मिशन शक्ति के अंतर्गत एंटी रोमियो स्क्वाड, पिंक टॉयलेट, पिंक बूथ, पिंक बसें, महिला बटालियन, और अन्य कई योजनाएं महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लागू की गई हैं। इसके अलावा, निराश्रित महिला पेंशन की पात्रता के लिए उम्र की सीमा खत्म करने जैसे कदम भी उठाए गए हैं।
गोरखपुर की गोरक्षपीठ, जहाँ योगी आदित्यनाथ पीठाधीश्वर हैं, ने हमेशा से महिलाओं के सम्मान का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि में कन्या पूजन के दौरान मुख्यमंत्री स्वयं कन्याओं का पांव पखारते हैं और उन्हें भोजन कराते हैं, जो इस परंपरा को और भी मजबूत करता है।
गोरक्षपीठ की ओर से संचालित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद महिलाओं की शिक्षा और स्वावलंबन पर विशेष ध्यान देती है। इस परिषद के कई संस्थान बालिकाओं के लिए समर्पित हैं, जैसे महाराणा प्रताप महिला पीजी कॉलेज और महाराणा प्रताप बालिका इंटर कॉलेज। इससे हजारों बालिकाएं शिक्षा और आत्मनिर्भरता के पथ पर आगे बढ़ रही हैं।
योगी सरकार का मिशन शक्ति इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो महिलाओं को सबला बनाने की ओर निरंतर अग्रसर है।
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