कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के कैराना से हिंदुओं के पलायन के मुद्दे ने पूरे देश में हडकंप मचा दिया था, अगर सबक न लिया गया तो मेरठ (Meerut) में भी इसकी पुनरावृत्ति हो सकती है. दरअसल, बीच शहर स्थित लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रहलाद नगर में हिन्दुओं के करीब 125 परिवारों द्वारा अपना मकान बेचकर पलायन (Hindu Family Migration) करने का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हडकंप मच गया है.
दरअसल, मामला तब खुला जब शहर के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले इस मुस्लिम बहुल इलाके के करीब 425 हिन्दू परिवारों में से 125 के परिवारों के पलायन के बाद इसकी ऑनलाइन शिकायत की गयी. जिसपर प्रधानमंत्री कार्यालय ने मुख्यमंत्री कार्यालय को निर्देश दिया और जैसे ही बात जिला प्रशासन तक पहुंची इलाके में हलचल मच गयी.
जानकरी के मुताबिक़ मुस्लिम बाहुल्य इलाके वाले इस क्षेत्र में 425 हिन्दू परिवारों में से अब तक 125 अपना घर छोड़कर चले गए हैं. इस पलायन के पीछे मुस्लिमों का आतंक बताया जा रहा है. यहाँ बेंचे गए मकानों की खरीद बिक्री बीते 5 वर्षों के भीतर की गई है. यहां औने-पौने दाम पर मकान बेच कर लोग अन्यत्र जाने को मजबूर हैं .प्रह्लाद नगर वासियों का कहना है कि यहाँ मुस्लिमों द्वारा ऐसी परिस्थितियां पैदा की जा रही हैं कि आम आदमी का अब इस इलाके में रहना मुश्किल हो जा रहा है. मंगलवार को भी एक परिवार यहां से अपना मकान बेचकर पलायन कर गया. यहां कई मकान और प्लाट के गेटों पर बिकाऊ लिखा हुआ है.
पूर्व पार्षद इंद्रजीत कथूरिया का कहना कि प्रह्लाद नगर में एक रिफ्यूजी कॉलोनी है, जोकि 1950 से बसी है. प्रह्लाद नगर के आसपास दूसरे समुदाय के लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. छेड़छाड़, स्टंटबाजी होने की कई बार प्रशासन से शिकायत की. लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. जिसके चलते लोग यहां से घर छोड़कर जा रहे हैं. 20 साल पहले यहां पर सात-आठ सौ परिवार रहते थे. अब केवल 400 परिवार रह गए हैं. प्रह्लाद नगर की तीन गलियां खाली हो चुकी हैं.
इस संबंध में कुछ दिनों भाजपा नेता जितेंद्र पाहवा ने भी पुलिस प्रशासनिक अफसरों को प्रार्थना पत्र देकर शरारती तत्वों पर लगाम कसने की मांग की थी, उस पर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया. इसके बाद परिवारों के पलायन के संबंध में स्थानीय भाजपा नेता व बूथ अध्यक्ष महेश मेहता ने 11 जून को नमो एप पर ऑनलाइन जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगाई थी. इसके बाद 11 जून को मुख्यमंत्री कार्यालय को उचित कदम उठाने के लिए कहा गया. जिसके बाद हरकत में आए मुख्यमंत्री कार्यालय ने उसी दिन मेरठ के डीएम व एसएसपी को पूरे मामले की जांच कर आख्या रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं. एसएसपी द्वारा 13 जून को कोतवाली थाना क्षेत्र को जांच सौंपी गई है.
वहीं इस पूरे मामले पर एसएसपी मेरठ नितिन तिवारी का कहना है कि, “पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है. प्रहलाद नगर से जुड़े जो पुराने मुकदमे हैं उनके आधार पर क्या कार्यवाई हुई है, उसमें पूछताछ की जाएगी. पूरे प्रकरण की मुख्यमंत्री कार्यालय को आंख्या भी जल्दी जाएगी”.
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