दीपावली पर अयोध्या (Diwali in Ayodhya) में होने वाला दीपोत्सव (Deepotsav 2021 in Ayodhya) हर साल लोगों का दिल जीत लेता है. कुछ ऐसे ही कार्यक्रम की तैयारी इस साल के लिए भी हो रही है. दरअसल, इस बार पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार इस साल दिवाली पर अयोध्या में सरयू नदी के घाटों पर 7.51 लाख दीये (दीपक) जलाएगी. पिछली दिवाली दीपोत्सव के दौरान 5.5 लाख दीये जलाए गए थे. बता दें कि इस बार इस साल दिवाली का पर्व 4 नवंबर को है. दीपोत्सव का यह कार्यक्रम एक दिन पहले आयोजित किए जाने की संभावना है.
इस बार 7 लाख 50 हजार दीपक राम की पैड़ी पर जलेंगे तो डेढ़ लाख दीपक अयोध्या के सभी प्राचीन मंदिर और कुंडों की शोभा बढ़ाएंगे. हाल ही में जिला प्रशासन ने अयोध्या के सम्मानित संत समाज के साथ दीपोत्सव की तैयारी को लेकर बैठक की. इस बार का भी दीपोत्सव पांच दिवसीय होगा. प्रथम दिन एक नवंबर को रामायण कॉन्क्लेव का समापन अयोध्या में होगा. 2 नवंबर को विदेशी मेहमान अयोध्या में मौजूद रहेंगे, जो टूर एंड ट्रेवल्स के लोग रहेंगे. 3 नवंबर को सभी मुख्य कार्यक्रम रहेंगे.
7.51 लाख दीपों से जगमाएगी राम नगरी
जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव में राज्य सरकार अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ेगी. इस बार दीपोत्सव में 7.51 लाख दीये जलाए जाएंगे. पर्यटन विभाग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं. विभाग ने इसके लिए एजेंसियों से प्रस्ताव भी मांगे है. दीपोत्सव कार्यक्रम में 7000 से ज्यादा वॉलिंटियर्स लगाए जाएंगे. इसके साथ ही 3 दिन तक ट्रायल भी किया जाएगा. आपको बता दें कि पिछले साल हुए दीपोत्सव कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये ऐलान किया था कि 2022 में सरयू तट में 7.51 लाख दिए जलाए जाएंगे.
प्रजापति लोगों को मिलेगा रोजगार
सीएम योगी ने बताया कि इस वर्ष अयोध्या के लिए साढ़े 7 लाख दीपक बनकर तैयार हो गया है, यह केवल दिया नहीं है, बल्कि रोजगार भी है. प्रजापति लोगों को इससे काफी रोजगार भी मिलता है. कुम्हार मिट्टी के लिए परेशान होते तो प्रदेश सरकार ने स्कीम निकाली कि अप्रैल-जून तक हम इनको तालाबों से मिट्टी फ्री में निकालने के लिए देंगे. पानी संरक्षण के लिए तालाब की खुदाई फ्री में हो जाती थी तो उनको मिट्टी भी फ्री में मिलना शुरू हो गया.
आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, पर्यटन विभाग को आयोजन की तैयारी करने और उसी के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है. मुख्य कार्यक्रम होने से पहले कार्यक्रम के तीन परीक्षण होंगे. अनुमानित रूप से 7,000 स्वयंसेवक दीया जलाने में भाग लेंगे. ये बेहद विशाल स्तर आयोजित किया जाएगा.
योगी सरकार ने 2017 में की थी दीपोत्सव मनाने की शुरुआत
अयोध्या में त्रेतायुग जैसी दिवाली मनाने की इस परंपरा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में शुरू किया था. तब से हर साल यहां दीप प्रज्वलन का नया रिकॉर्ड बन रहा है. इस दीपोत्सव रामनगरी अयोध्या 7 लाख 51 हजार दीपों से रोशन होगी. बता दें कि 2017 दीपोत्सव में 1 लाख 65 हजार दीप जले. 2018 में 3 लाख 150 दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बना. फिर 2019 में 4 लाख चार हजार 26 दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया. पिछले साल 2020 में 5 लाख 51 हजार दीप जलाए गए थे, जिसमें 7.5 लाख रूई का इस्तेमाल किया गया था.
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