राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhad) ने 10 नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण करने वालों में संजय सेठ (Sanjay Seth), मयंकभाई जयदेवभाई नायक, नारायणसा के. भंडागे, मिलिंद मुरली देवड़ा, अजीत माधवराव गोपचड़े, रेणुका चौधरी, अमरपाल मौर्य, रामजी लाल सुमन, सागरिका घोष और ममता ठाकुर शामिल रहीं।
संजय सेठ ने पीएम मोदी व सीएम योगी का जताया आभार
वहीं, राज्यसभा सांसद इस अवसर पर कहा कि आज मुझे देश के उच्च सदन, राज्यसभा में सांसद के रूप में तीसरी बार शपथ लेने के गौरवशाली क्षण का साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। राष्ट्रसेवा का यह अवसर प्रदान करने के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी, आदरणीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, भाजपा के सभी वरिष्ठ सदस्यों एवं कोटिशः भाजपा कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करता हूँ। उन्होंने आगे लिखा कि मैं विश्वास दिलाता हूँ, कि प्रधानमंत्री जी ने जिस भरोसे के साथ जनसेवा की जिम्मेदारी दी है उसे पूरा करते हुए आत्मनिर्भर और विकसित भारत निर्माण के ध्येय प्राप्ति के लिए सदैव तत्परता से लगा रहूंगा।
भाजपा ने बनाया था आठवां उम्मीदवार
बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के आठ उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी के भीतर टूट की वजह से संजय सेठ को जीत मिली है। संजय सेठ 29 वोट मिलने के बाद भी चुनाव जीत गए। उन्हें दूसरी वरियता के वोटों के आधार पर जीत मिली है। प्रथम वरीयता के लिए 37 वोटों की जरूरत थी। वहीं, समाजवादी पार्टी के खाते में दो ही सीट आ पाईं।
कौन हैं संजय सेठ
उन्नाव के मौरावां जिले के एक साधारण परिवार में जन्मे संजय सेठ ने लखनऊ से शिक्षा प्राप्त कर अपना स्वयं का व्यापार शुरू किया। उन्होंने अपनी मेहनत व कठिन चुनौतियों का सामना करके सफलता हासिल की। संजय सेठ ने साफ नीयत, अपनी मेहनत व कर्मठता से रियल स्टेट के कारोबार में अपना नाम कमाया। यही नहीं, आज न केवल लखनऊ बल्कि पूरे प्रदेश के अग्रणी बिल्डरों कहलाते हैं। उनके द्वारा स्थापित ब्रांड शालीमार आज देश के चुनिंदा सफल रियल स्टेट ब्रांड में गिना जाता है।
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संजय सेठ युवाओं के लिए एक बहुत बड़े प्रेरणा स्रोत हैं। वह हमेशा से हर किसी की मदद करने में आगे रहे और व्यापारियों के कठिनाइयों में उनके साथ खड़े रहे। कोविड के समय में भी उन्होंने आमजन को भरपूर सेवा प्रदान की। साथ ही उन्होंने जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का भी काम किया। संजय सेठ ने सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और देखते ही देखते उन्होंने राजनीति में एंट्री की।
राज्यसभा का सदस्य मनोनीत होने पर हमेशा ही व्यापारियों का मुद्दा सदन में और उसके बाहर भी उठाया और परेशानियों का हल निकालने का प्रयास किया। उत्तर प्रदेश का व्यापारी वर्ग उनसे बहुत अधिक मात्रा में जुड़ा है और उनके नेतृत्व में सरकार को न सिर्फ अपना सहयोग प्रदान करता है बल्कि सरकार की नीतियों और संसाधनों को अपने यहां कार्यरत लोगों तक भी पहुंचाता है।
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