वैसे तो बाइक बोट कम्पनी के महाठग संजय भाटी ने सरेंडर करके खुद को कानून के हवाले कर दिया हो लेकिन उसकी ठगी का शिकार हुए लोगों की लिस्ट कम होने का नाम नहीं ले रही है. दरअसल, अब ताजा मामला मेरठ (Meerut) जिले का है, जहां एक दारोगा ने भी बाइक बोट में अपना पैसा लगाया था. यह पैसा उसने एक सीओ के चालक की मदद से इन्वेस्ट किया था. जब दारोगा को पता लगा कि उसके साथ निवेश के नाम पर ठगी हुई है तो उसने अपना पैसा वापस मांगा, जिस पर चालक का जबाव था कि एसएसपी ऑफिस में हूं में, वर्दी उतरवा दूंगा.
जनवरी से नहीं आये पैसे
जानकारी के मुताबिक, मेरठ (Meerut) पुलिस लाइन में रहने वाले दारोगा अनिल कुमार गौतमबुद्धनगर के नालेज पार्क में दमकल विभाग में सर्विस चालक के पद पर तैनात हैं. सीओ ट्रै्फिक के चालक चमनलाल ने स्कीम के बारे में बताया था. उन्होंने तीन लाख 80 हजार रुपये निवेश किए. अपने जानकार डाक्टर के तीन लाख 10 हजार रुपये तथा एक अन्य परिचित रईस के 62 हजार रुपये निवेश किए. जनवरी से पैसे आने बंद हो गए.
हाल ही में उन्हें पता चला कि कंपनी में निवेश के नाम पर ठगी हुई है. जिसके बड़ा उन्होंने चालक चमनलाल से रकम वापस मांगी तो वह टरकाने लगा. कुछ दिन पहले उसने ढाई लाख रुपये दिए, जिनमें से उन्होंने परिचित डॉक्टर को दो लाख 40 हजार रुपये लौटा दिए.
दारोगा को धमकाता है चालक
चालक की दबंगई का आलम कुछ ऐसा है कि अब उसने एक भी पैसा देने से इन्कार कर दिया. अब तो वह धमकाने लगा कि कि वह पूर्व में गौतमबुद्धनगर के एसएसपी के साथ रहा है तथा वहीं पर उसकी वर्दी उतरवा देगा.
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