आज कल सभी जगह गणपति की धूम मची हुई है। जगह जगह पर बप्पा विराजे हैं। जिसके चलते हर समय भजन कीर्तन की आवाजें आती रहती हैं। पर जैसे जैसे दिन बीत रहे हैं, बप्पा की विदाई का दिन नजदीक आ रहा है। मान्यताओं के हिसाब से गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की स्थापना की जाती है और दस दिन बाद विसर्जन करके उनसे अगले साल आने की कामना की जाती है। आज की खबर में हम आपको बप्पा को विदाई देने का सही तरीका और इसकी पूजा विधि बताएंगे। इसके साथ ही विसर्जन के समय शुभ मुहूर्त का खयाल रखना भी बेहद जरूरी होता है। आइए आपको इस बारे में जानकारी देते हैं।
विसर्जन से पहले ऐसे करें गणपति की पूजा
गणपति विसर्जन से पहले भगवान गणेश की पूजा अर्चना करें।
चौकी सजाने के लिए एक साफ लकड़ी का पाट लें और उसे गंगाजल से शुद्ध करें।
फिर एक साफ लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और गणपति बप्पा को जयघोष के साथ आराम से चौकी पर विराजमान करें।
इस चौकी पर पान-सुपारी, मोदक दीप और पुष्प रखें। इसके बाद गणपति बप्पा को धूमधाम से विसर्जन के लिए ले जाएं।
विसर्जन से पहले गणपति बप्पा की आरती करें इसके बाद ही उन्हें विसर्जित करें।
इस तरह से दें बप्पा को विदाई
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अनंत चतुर्दशी के दिन शुभ मुहूर्त में ही बप्पा की प्रतिमा का विसर्जन करें। विसर्जन करने से पहले उनकी विधि विधान से पूजा करें और उन्हें उनकी पसंदीदा चीजें अर्पित करें।
गणपति उत्सव के 10 दिनों में भगवान गणेश की पूजा में जो भी भूल चूक हुई हो, उसके लिए क्षमा मांगे। इसके बाद बप्पा को अर्पित की हुई सभी चीजें एक पोटली में बांधे। साथ ही भगवान गणपति की प्रतिमा का विसर्जन किसी पवित्र नदी में करें।
गणेश विसर्जन 2022 शुभ मुहूर्त
इस बार 09 सितंबर को गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 03 मिनट से सुबह 10 बजकर 44 मिनट तक है। वहीं गणेश विसर्जन का दूसरा शुभ मुहूर्त 12 बजकर 18 मिनट से लेकर 01 बजकर 52 मिनट तक है। तीसरा शुभ मुहूर्त 09 सितंबर को ही शाम 05 बजे से शाम 06 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। मान्यता के अनुसार इस मुहूर्त में आप कभी भी बप्पा का विसर्जन कर सकते हैं।
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