कानपुर: विकास दुबे को संरक्षण देने वाले 11 CO के नाम आए सामने, होगी कार्रवाई

कानपुर के बिकरू गांव में हुए एनकाउंटर के मास्टरमाइंड विकास दुबे और उसके साथियों को संरक्षण देने वाले 11 सीओ की जांच के आदेश दे दिए है। दरअसल, एसआइटी के आदेश पर पूर्व में तैनात रहे 11 क्षेत्राधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। इन सभी की जांच एसपी पश्चिम को मिली है। इनमे से अभी कुछ रिटायर हो चुके हैं तो कुछ को प्रमोशन तक मिल चुका है।


जल्द होगी कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक, बिकरू कांड में एसआईटी काफी सख्ती से जांच की थी। इस दौरान विकास दुबे के शुरुआती समय से लेकर उसके एनकाउंटर तक पूरे 37 सालों का ब्यौरा खंगाला गया था। उसके खिलाफ कब-कब मुकदमे दर्ज हुए, उन मुकदमों में कौन-कौन की कार्रवाई हुईं, पुलिस ने उसके खिलाफ कब-कब निरोधात्मक कार्रवाई की, उसका शस्त्र लाइसेंस कब और किसकी रिपोर्ट पर बना आदि बिंदुओं की जांच की थी।


जब एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट अफसरों को सौंपी तभी पुलिस विभाग के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की संस्तुति की थी। इस रिपोर्ट में इंस्पेक्टर रैंक के 37 पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हुई थी। अब 11 क्षेत्राधिकारियों के नाम सामने आए हैं। आरोपित सीओ ने से कई रिटायर हो चुके हैं तो कई प्रमोशन तक पा चुके हैं। पर जल्द ही इन सभी को बयान के लिए बुलाया जा सकता है।


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इनके नाम आए सामने

बता दें कि एसआईटी की जांच में नंदलाल, तत्कालीन सीओ बिल्हौर -करुणाकर राय, तत्कालीन सीओ बिल्हौर -सुंदर लाल, तत्कालीन सीओ बिल्हौर -प्रेमप्रकाश, तत्कालीन सीओ बिल्हौर -राम प्रकाश अरुण, तत्कालीन सीओ बिल्हौर -सुभाष चंद्र शाक्य, तत्कालीन सीओ बिल्हौर -24 जुलाई 1997 को नियुक्त तत्कालीन सीओ बिल्हौर -लक्ष्मी निवास, तत्कालीन सीओ बिल्हौर -अमित कुमार, तत्कालीन सीओ कार्यालय, पासपोर्ट -हरेंद्र कुमार यादव, तत्कालीन सीओ सीसामऊ -12 जुलाई 1997 को नियुक्त तत्कालीन सीओ रसूलाबाद के नाम शामिल हैं।


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