प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। निर्वाचन अधिकारी ने तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द कर दिया है। तेज बहादुर ने कहा कि उनका नामांकन गलत तरीके से खारिज किया गया है, इस ज्यादती के लिए वो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
तेज बहादुर बोले- ये बिल्कुल तानाशाही रवैया
मीडिया से बातचीत के दौरान तेज बहादुर यादव ने कहा कि नामांकन रद्ध करने के लिए सरकार की तरफ से जिलाधिकारी पर दबाव बनाया गया है, 11 बजे तक मैं अपना स्पष्टीकरण जमा करने गया और मेरा नामांकन यह कहकर रद्द कर दिया कि मैंने 11 बजे तक अपने साक्ष्य जमा नहीं किए, ये बिल्कुल तानाशाही रवैया है।
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वहीं, तेज बहादुर के वकील राजेश गुप्ता ने कहा कि हमने प्रशासन द्वारा मांगे गए सभी साक्ष्यों को जमा कर दिया, बावजूद इसके तेज बहादुर का नामांकन खारिज कर दिया गया, अपने हक के लिए हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। इस दौरान तेज बहादुर के समर्थकों की मांग थी कि तेज बहादुर का नामांकन रद्द न किया जाए। इस दौरान तेज बहादुर के समर्थकों ने सेना की वर्दी और तिरंगा लेकर जमकर नारेबाजी की।
समर्थकों का आरोप है कि साजिश के तहत तेज बहादुर का नामांकन रद्द किया जा रहा है, ये षड्यंत्र बीजेपी सरकार और निर्वाचन अधिकारियों ने रचा है। वहीं, इस मौके पर रिटायर्ड फौजी पंकज मिश्रा ने चेतावनी दी कि तेज बहादुर का पर्चा रद्द होने पर वे धरना देंगे और उनके साथ देश भर से सेना के जवान वाराणसी आएंगे।
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