लखनऊ बार एसोसिएशन चुनाव: रमेश प्रसाद तिवारी अध्यक्ष व ब्रजभान सिंह बने महामंत्री, आज भी होगी काउंटिंग

Lucknow Bar Association Result: यूपी की राजाधनी लखनऊ में सोमवार को हुए लखनऊ बार एसोसिएशन चुनाव के मंगलवार को नतीजे आ गए. अध्यक्ष पद के लिए रमेश प्रसाद तिवारी (Ramesh Prasad Tiwari) और ब्रजभान सिंह भानु (Brijbhan Singh Bhanu) महामंत्री पद पर चुनाव जीत गए हैं, वहीं वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पद पर भूपेंद्र मणि सिंह (Bhupendra Mani Singh) को जीत मिली है. बीते दिन तीन पदों पर मतगणना पूरी हो चुकी है. वहीं आज यानि कि 12 सितंबर को अन्य पदों के नतीजे आएंगे.

दरअसल, सोमवार को हुए चुनाव में 3726 मत में से कुल 2226 वोट पड़े थे. इस बार अध्यक्ष पद के लिए कुल 6 प्रत्याशी मैदान में थे, वहीं 93 अधिवक्ताओं ने अलग-अलग पदों पर चुनाव लड़ा था. वोटों की गिनती 10, 11 और 12 सितंबर तीन दिनों तक चलेगी. मंगलवार को अध्यक्ष और महामंत्री पद के लिए मतगणना हुई. अध्यक्ष पद के लिए जय प्रकाश सिंह, अमरवीर प्रसाद श्रीवास्तव, राजेंद्र प्रसाद शुक्ल, केदार सिंह, राजेंद्र कुमार शर्मा और रमेश प्रसाद तिवारी मैदान में थे, जबकि महामंत्री पद के लिए बृजभान सिंह ‘भानु’, और जितेंद्र सिंह यादव ‘जीतू’ के बीच लड़ाई थी.

अध्यक्ष पद के लिए ये थे प्रत्याशी: जय प्रकाश सिंह (जेपी सिंह), राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला, अमरवीर प्रसाद श्रीवास्तव, केदार सिंह, राजेन्द्र कुमार शर्मा व रमेश प्रसाद तिवारी

उपाध्यक्ष (वरिष्ठ) के पद के लिए ये थे प्रत्याशी: मिथिलेश अवस्थी, भूपेन्द्र मणि सिंह, कमल किशोर यादव, बीरेन्द्र मिश्रा ‘सौरभ’, शिव कुमार मिश्रा, यज्ञ मणि दीक्षित, यतीश्वर चन्द्र ‘ईश्वर’

उपाध्यक्ष (मध्य) पद के लिए ये थे प्रत्याशी: आशीष गुलाटी, बृजेश कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ‘कल्लन मिश्रा’, धीरेंद्र कुमार सिंह, अविनाश दीक्षित, दुर्गेश कुमार राजपूत, राघवेंद्र नाथ मिश्रा, राजेश कुमार वर्मा, राम मिलन यादव, राम नाथ, सौरभ कुमार शुक्ला, सुरेंद्र सिंह यादव

नवनिर्वाचित अध्यक्ष रमेश प्रसाद तिवारी ने कहा कि यह जीत सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि पूरे अधिवक्ता समाज की है. वकीलों के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा. जूनियर वकीलों के बैठने की उचित व्यवस्था की जाएगी. कलेक्ट्रेट में कमिश्नरेट को फिर से स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोर्ट परिसर में कमिश्नरेट के अधिकारियों को बैठाकर अधिवक्ताओं की समस्याओं का निपटारा किया जाएगा. उन्होंने बार और बेंच के बीच सामंजस्य स्थापित करने का आश्वासन दिया, साथ ही यह भी कहा कि धरना, प्रदर्शन या बायकॉट के बजाय बैठकर समाधान निकाला जाएगा.

नवनिर्वाचित महामंत्री ब्रजभान सिंह ने कहा कि चुनाव लड़ने से पहले मैंने जो घोषणा पत्र जारी किया था, उसमें कही सभी बातों को अधिवक्ता हित में पूरा करने का काम किया जाएगा. कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया जाएगा जो अधिवक्ता विरोधी हो। किसी भी अधिवक्ता का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा. इसके साथ ही फर्जी वकीलों को कचहरी से बाहर किया जाएगा और अधिवक्ताओं का सम्मान सर्वोपरि रखा जाएगा. वहीं कचहरी की साफ-सफाई और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं.

अधिवक्ताओं के जारी मैनिफेस्टों में ये हैं अहम वादे

1. (क). व्यापारियों, उद्यमियों आदि को लखनऊ बार एसोसिएशन द्वारा छमाही/वार्षिक शुल्क प्राप्त कर विधिक सहायता उपलब्ध करवाना.

(ख). अन्य जिलों की भांति निबन्धन कार्यालय में पंजीकृत होने वाले प्रत्येक विलेख पर, लखनऊ बार एसोसिएशन अधिवक्ता कल्याणकारी योजना हेतु धनराशि को निर्धारित कर, कूपन प्रक्रिया को अनिवार्य किया जाना.

(ग) सीएसआरफण्ड (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फण्ड के माध्यम से कल्याणकारी योजनाओं को लागू करवाना।

2. लखनऊ बार एसोसिएशन के प्रत्येक सदस्यों (सी.ओ.पी.) धारक / गैर सी.ओ.पी. धारक) का 5,00,000/- का बीमा करवाना.

3. प्राईवेट स्कूल में पढ रहे अधिवक्ता परिवार के बच्चो की फीस व स्कूली किताबों आदि में 20 प्रतिशत से 50 प्रतिशत की छूट, स्कूल एसोसिएशन के माध्यम से करवाना.

4. लखनऊ बार एसोसिएशन के संज्ञान में लाए बिना किसी अधिवक्ता पर कोई भी मुकदमा न पंजीकृत किया जाना.

5. कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित एडवोकेट चैम्बर के प्रत्येक बिल्डिंग में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फण्ड से लिफ्ट लगवाना.

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