विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) और मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील (Maldives Foreign Minister Abdullah Khalil) सोमवार को भारत-मालदीव आर्थिक एवं समुद्री सुरक्षा सहयोग की समीक्षा बैठक करेंगे। खलील रविवार शाम एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत यात्रा पर पहुंचे हैं। इस वर्ष यह उनकी भारत की तीसरी यात्रा है। पिछले वर्ष अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और मालदीव (Maldives) के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (President Mohamed Muizzu) द्वारा भारत-मालदीव की व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी पर दृष्टि पत्र को स्वीकृति दी गई थी। विदेश मंत्रालय के अनुसार, अब्दुल्ला खलील (Abdullah khalil) की यह यात्रा दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय राजनीतिक संवाद को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
तीन दिवसीय भारत दौरे पर अब्दुल्ला खलील
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील रविवार शाम भारत पहुंचे। वह एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। यह वर्ष 2025 में खलील की तीसरी भारत यात्रा है, जो भारत-मालदीव रिश्तों में बढ़ती निकटता को दर्शाती है। यह समीक्षा बैठक दोनों देशों के बीच जारी सहयोग का आकलन और विस्तार करेगी।
द्विपक्षीय वार्ता से मजबूत होंगे रिश्ते
खलील और जयशंकर के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर भी व्यापक चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि मालदीव, भारत का अहम समुद्री पड़ोसी है और ‘पड़ोस प्रथम’ नीति के तहत भारत के लिए एक रणनीतिक साझेदार भी है। दोनों देशों की साझा प्राथमिकता समग्र क्षेत्रीय विकास और समुद्री सुरक्षा है।
तनाव के बाद अब रिश्तों में आ रहा है सुधार
नवंबर 2023 में राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद मुइज्जू के चीन के प्रति झुकाव के चलते भारत और मालदीव के रिश्तों में थोड़ी खटास आई थी। हालांकि, पिछले साल अक्टूबर में मुइज्जू की भारत यात्रा के दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को नया आयाम देने का संकल्प लिया, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में सकारात्मक बदलाव देखा गया है।