यूपी में योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही कह दिया था कि, अब किसी भी हालत में कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालोें के बख्शा नहीं जाएगा. इसके साथ ही ये भी कहा गया कि, जो पुलिसकर्मी ड्यूटी के प्रति लापरवाही करते हैं उन्हें भी माफ नहीं किया जाएगा. इसी के चलते मथुरा जिले में भी एसएसपी ने कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. दरअसल, सट्टे के आरोप में हिरासत में लिए युवक को चालीस हजार की रिश्वत लेकर थाने से छोड़ना थाना पुलिस को भारी पड़ गया. पुलिस हिरासत से छूटने के बाद आरोपी एसएसपी कार्यालय पहुंच गया. एसएसपी को जब मामले की जानकारी हुई तो उन्होने जांच कराई. जिस पर एसएसपी ने इंस्पेक्टर, दरोगा सहित पांच पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए.
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, 8 मई को बीट दारोगा योगेश कुमार ने मयंक पुत्र प्रदीप निवासी कस्बा गोवर्धन को सट्टे के आरोप में हिरासत में लेकर सट्टे का मुकदमा दर्ज कर दिया. युवक का आरोप है कि रात में एक दलाल के माध्यम से पुलिस को चालीस हजार देकर मयंक को पुलिस हिरासत से मुक्त करा लिया था. इस पूरे घटनाक्रम की शिकायत आरोपी मयंक ने एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर से की.
एसपी ग्रामीण ने की थी जांच
एसपी ग्रामीण श्रीशचंद्र ने प्रकरण की जांच में आरोपी द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि कर एसएसपी को रिपोर्ट सौंप दी थी. जिसके बाद ये कार्रवाई की गई. मामले में गोवर्धन सीओ गौरव कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सट्टे के आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसे पैसे लेकर छोड़ने के मामले में गोवर्धन थाने के इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार द्विवेदी, बीट दरोगा योगेश कुमार, कांस्टेबल पवन कुमार यादव, मनोहर सिंह व अमित कुमार के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई है.