कानपुर कमिश्नरेट पुलिस (Kanpur Commissionerate Police) ने अपनी क्राइम ब्रांच के तहत तीन नई इकाइयों के गठन का ऐलान किया है। यह इकाइयां एंटी थेफ्ट, होमीसाइड और नारकोटिक्स विभागों में कार्य करेंगी। इन इकाइयों का मुख्य उद्देश्य शहर में हो रही बड़ी चोरियों, हाई प्रोफाइल हत्याओं और नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे अपराधों की प्रभावी तरीके से जांच और समाधान करना है।
इकाइयों के गठन में तेज़तर्रार पुलिसकर्मियों की नियुक्ति
डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आबिदी और एडीसीपी क्राइम अंजलि विश्वकर्मा इस नई व्यवस्था पर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इन इकाइयों के गठन के लिए तेज़तर्रार इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाही भर्ती किए जा रहे हैं। पुलिस लाइन और थानों से अनुभवी स्टाफ को इन इकाइयों में शामिल किया जाएगा, और प्रत्येक इकाई के लिए अलग-अलग कार्यालय और इंस्पेक्टर नियुक्त किए जाएंगे।
हर इकाई की जिम्मेदारी
- एंटी थेफ्ट इकाई: यह इकाई बड़ी और अलग तरह की चोरियों की जांच करेगी।
- होमीसाइड इकाई: यह इकाई हाई प्रोफाइल हत्याकांडों की जांच और सुलझाने का काम करेगी।
- नारकोटिक्स इकाई: हेरोइन, कोकीन, स्मैक जैसी महंगी नशे की तस्करी से संबंधित मामलों की जांच करेगी।
इकोनामिक्स ऑफेंस विंग का गठन
तीन नई इकाइयों के बाद अब एक इकोनॉमिक्स ऑफेंस विंग भी बनाई जाएगी। यह विंग धोखाधड़ी, कॉपीराइट एक्ट और बौद्धिक संपदा से संबंधित मामलों की जांच करेगी। इसके गठन के लिए भी विचार विमर्श जारी है।
Also Read: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल: 32 आईपीएस अधिकारियों के तबादले
महाकुंभ ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों को मिलेगा पुरस्कार
उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ ड्यूटी में शामिल पुलिसकर्मियों के लिए एक सौगात का ऐलान किया है। इस घोषणा के तहत, कानपुर के डेढ़ हजार पुलिसकर्मियों को महाकुंभ ड्यूटी के लिए 10,000 रुपये का पुरस्कार मिलेगा। इसके लिए पुलिस मुख्यालय से सभी पुलिसकर्मियों का डाटा जुटाने का काम शुरू कर दिया गया है।
ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों की भूमिका
प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ में कानपुर से बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी, जिसमें डीसीपी, एसीपी, निरीक्षक, दारोगा और सिपाही शामिल थे। महाकुंभ के सफल आयोजन पर प्रदेश सरकार ने इन पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
डाटा संग्रहण की प्रक्रिया
कानपुर कमिश्नरेट मुख्यालय ने महाकुंभ ड्यूटी पर गए सभी पुलिसकर्मियों का डाटा इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। पुलिसकर्मियों से आवश्यक जानकारी मांगी जा रही है, जिसे पुलिस मुख्यालय भेजा जाएगा।