प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर लाल किले (Red Fort) की प्राचीर पर लगातार 10वीं बार तिरंगा फहराने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए मणिपुर हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की।
देश मणिपुर के लोगों के साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी 140 करोड़ लोगों को परिवारजन कह कर संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ सप्ताह के दौरान नॉर्थ ईस्ट में और हिंदुस्तान के कुछ अन्य भागों में विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा, मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही है। देश मणिपुर के लोगों के साथ है।
Addressing the nation on Independence Day. https://t.co/DGrFjG70pA
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शांति से ही समाधान निकलने की वकालत करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से मणिपुर के लोगों ने जो शांति बना रखी है उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर, उन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही है और करती रहेगी।
रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म को बताया सरकार का मंत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत की मजबूत सरकार बनाने का जिक्र करते हुए कहा कि आपने सरकार फॉर्म की और हमने रिफॉर्म किया। उन्होंने कहा कि आपने 2014 और 2019 में सरकार फॉर्म की तो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई।
प्रधानमंत्री मोदी ने रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म को अपनी सरकार का मंत्र बताते हुए भ्रष्टाचार पर हमला बोला, भारत की दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था बनने का जिक्र किया और देश के गरीबों के हित में चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं व सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात कहते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के रक्षा के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने और लीकेज बंद करने की वजह से देश का फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद विश्व ऑर्डर बदल रहा है भारत को जी 20 की मेहमाननवाजी का अवसर मिला है, जो एक बहुत बड़ा सम्मान है। छोटे शहरों ने डिजिटल इंडिया में करिश्मा कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत आज 1000 साल की गुलामी और आने वाले 1000 साल के भव्य पड़ाव पर खड़ा है, इसलिए ना हमें रुकना है और ना ही दुविधा में जीना है।
उन्होंने कहा कि हमें खोई हुई उस विरासत का गर्व करते हुए खोई हुई समृद्धि को प्राप्त करते हुए आगे बढ़ना है। भारत के पास डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये त्रिवेणी भारत के सपने को आगे बढ़ाने का सामर्थ्य रखती है।
पीएम मोदी ने सेना में किए रिफॉर्म, पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन
पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से ‘वन रैंक वन पेंशन’ प्रदान करने की उपलब्धि को देश के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने पूर्व सैनिकों के कल्याण हेतु वन रैंक वन पेंशन का प्रावधान किया। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से कहां कि वन रैंक वन पेंशन लागू करने के लिए 70 हजार करोड रुपए खर्च किए गए।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पूर्व सैनिकों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 70 हजार करोड़ रुपए की राशि पूर्व सैनिकों की भलाई के लिए खर्च किए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में लाल किले से बोलते हुए प्रधानमंत्री ने सेना में हुए सुधारों, आंतरिक सुरक्षा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की भी बात की। प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में सेना का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना में रिफॉर्म का काम हो रहा है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के अंदर सीरियल बम ब्लास्ट बीते जमाने की बात हो गई है। उन्होंने कहा कि आतंकी हमलों में कमी आई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कमी आई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले जगह-जगह सार्वजनिक स्थानों पर अनाउंसमेंट होती कि किसी अनजान वस्तु मत छूना, जगह-जगह बम ब्लास्ट होते थे, अब ऐसा नहीं है।
रक्षा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि सशस्त्र बलों के दिग्गजों के लिए वन रैंक वन पेंशन योजना हमारे सैनिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, लगभग 70 हजार करोड़ रुपये के व्यय के साथ लाखों पूर्व सैनिकों और उनके पारिवारिक पेंशनभोगियों के बीच करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि भी वितरित की गई है।
ओआरओपी का उद्देश्य समान रैंक और समान अवधि की सेवा से सेवानिवृत्त होने वाले सैनिकों लिए एक समान पेंशन सुनिश्चित करना है, चाहे वे किसी भी समय सेवानिवृत्त हों।