अयोध्या मामले (Ayodhya Veridict) पर राम मंदिर (Ram Temple) का फैसला होने और करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राष्ट्र के नाम संदेश दिया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे अहम मामले में फैसला सुनाया है, जिसके पीछे सैकड़ों वर्षों का इतिहास है. पूरे देश कि ये इच्छा थी कि इस मामले की कोर्ट में हर रोज सुनवाई हो. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से दशकों तक चली न्याय प्रक्रिया का समापन हुआ है’.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘साथियों, पूरी दुनिया ये तो मानती ही है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. आज दुनिया ने जान लिया है कि भारत का लोकतंत्र कितना जीवंत है. भारत विविधता में एकता के लिए जाना जाता है और आज ये मंत्र अपनी पूर्णता के साथ खिला हुआ नजर आ रहा है. हजारों साल बाद आज भी किसी को भारत के इस गुण को समझना होगा तो वो आज के इस फैसले और घटना का ज़रूर उल्लेख करेगा. ये घटना इतिहास के पन्नों से उठाई हुई नहीं है देश के सवा सौ करोड़ लोगों ने इसका सृजन किया है. भारत की न्यायपालिका के लिए भी ये स्वर्णिम दिन है’.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘आज 9 नवंबर है और आज ही के दिन बर्लिन की दीवार गिरी थी और आज ही करतारपुर कॉरिडोर की शुरुआत हुई है. इसमें भारत का भी सहयोग है और पाकिस्तान का भी. 9 नवंबर की ये तारीख हमें साथ रहकर आगे बढ़ने का संदेश दे रही है, आज का दिन जुड़ने और आगे बढ़ने का है. इसके संबंध में अगर किसी के भी मन में कोई कटुता रही तो आज उसे तिलांजली देने का भी दिन है’.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने देश को संदेश दिया है कि कठिन से कठिन मसले का हल कानून और संविधान के दायरे से ही आता है. हमें सीख लेनी चाहिए कि भले ही कुछ वक़्त लगे लेकिन धैर्य रखना जरूरी है. पीएम ने कहा कि हमें भारत के संविधान और उनकी न्यायिक प्रणाली पर विश्वास अडिग रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये फैसला एक नया सवेरा लेकर आया है’.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘इस विवाद का भले ही कई पीढ़ियों पर असर पड़ा हो लेकिन अब हमें संकल्प लेना होगा कि नई पीढ़ी नए सिरे से न्यू इंडिया के निर्माण में जुट जाएगी. हम आज नया इंडिया बनाने का संकल्प लेना होगा. हमें सबको साथ लेते हुए, सबको विश्वास में लेते हुए आगे ही बढ़ते जाना है’.
पीएम मोदी ने कहा कि ‘राम मंदिर का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने दे दिया है, अब हर नागरिक की राष्ट्र निर्माण की जिम्मेदारी और बढ़ गयी है. अब हर नागरिक का दायित्व पहले से ज्यादा बढ़ गया है. हमारे बीच का सौहार्द, शांति सद्भाव और स्नेह देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है. हमें भविष्य की ओर देखना है और उनके लिए काम करना है. भारत के पास और लक्ष्य है और मंजिलें भी हैं. आज हम 9 नवंबर को याद रखते हुए आगे बढ़ने का संकल्प लें’.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि ‘सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सबको सुना और खुशी की बात है कि फैसला सर्वसम्मति से आया. नागरिक होने के नाते हम जानते हैं कि घर में भी कोई फैसला सुलझाना हो तो कितनी दिक्कत होती है. देश के न्यायाधीश, न्यायालय और न्याय प्रणाली अभिनंदन के काबिल हैं’.
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