सिंध में पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध पुलिस विद्रोह पर ट्वीट करने पर प्रशांत पटेल को पड़ोसी देश से मिल रही जान से मारने की धमकी

पाकिस्तान (Pakistan) में भारी उथल-पुथल जैसी स्थिति है. पाकिस्तान की सेना के खिलाफ सिंध प्रांत की पुलिस ने बगावत कर दी है. विवाद खड़ा हुआ है नवाज शरीफ के दामाद रिटायर्ड कैप्टन मुहम्मद सफदर की गिरफ्तारी को लेकर. पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के दामाद मोहम्मद सफ़दर की गिरफ्तारी को लेकर बने हालात के बाद वहां ‘गृह युद्ध’ (Civil War) छिड़ने की खबरें फैल गईं, वहीं पड़ोसी देश में सिविल वॉर जैसे हालातों पर वकील प्रशांत पटेल उमराव (Prashant Patel Umrao) को ट्वीट करने पर पाकिस्तान से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं.


दरअसल, प्रशांत पटेल उमराव ने पाकिस्तान में मचे बावल पर एक के बाद एक ट्वीट किए थे. पटेल के ट्वीट पर उन्हें पाकिस्तान से जान से मारने की धमकियां दी जाने लगीं. प्रशांत के व्हाट्सएप पर पाकिस्तानी नंबर से तीन वॉइस मैसेज आए जिसनें उन्हें पाकिस्तान सेना और सिंध पुलिस पर किए गए ट्वीट को लेकर जान से मारने की धमकी दी गई. प्रशांत पटेल ने खुद इसकी जानकारी ट्वीटर के माध्यम से दी है.


प्रशांत पटेल ने ट्वीट कर लिखा, “पाकिस्तान गैंग इतना भयभीत है कि व्हाट्सएप पर वॉइस मैसेज के माध्यम से मुझे जान से मारने की धमकियां दे रहा है और उनकी सरकार में बैठे लोग मेरे अकाउंट की शिकायत ट्विटर से कर रहे हैं”. उन्होंने आगे लिखा, “सुनो पाकिस्तान, तुम बल से सिंध के लोगों की आवाज नहीं दबा सकते, सिंधी जो चाहते हैं उसे पाकर रहेंगे”. प्रशांत पटेल ने ट्विटर की तरफ से मेल का स्क्रीनशॉट शेयर किया है जिससे पता चलता है कि उनका अकाउंट सस्पेंड कराने की भरपूर कोशिश की गई, इससे अलावा पटेल ने व्हाट्सएप का स्क्रीनशॉट भी अटैच किया है जिसमे पाकिस्तानी नंबर से वॉइस मैसेज दिखाई दे रहे हैं.



क्यों मचा है पाक में बवाल ?

पाकिस्तान की सेना के खिलाफ सिंध प्रांत की पुलिस ने बगावत कर दी है. विवाद खड़ा हुआ है नवाज शरीफ के दामाद रिटायर्ड कैप्टन मुहम्मद सफदर की गिरफ्तारी को लेकर. कराची में विपक्ष की रैली के बाद 18 अक्टूबर की रात सफदर को होटल से गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि पाकिस्तानी सेना के अफसरों ने सिंध के आईजीपी मुश्ताक महार का अपहरण कर लिया था और उनसे जबरन शरीफ के दामाद सफदर के खिलाफ एफआईआर पर दस्तखत लिए गए. इसके विरोध में सिंध पुलिस के आईजीपी मुश्ताक महार ने छुट्टी पर जाने का एलान कर दिया. आईजी के नक्शेकदम पर चलते हुए सिंध के 50 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों ने छुट्टी का आवेदन कर दिया. इन अधिकारियों का कहना है कि सफदर की गिरफ्तारी से उपजे दबाव के चलते उनका मनोबल गिर गया है और उनके लिए ड्यूटी निभाना मुश्किल हो गया है.


इस बीच, पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने सफदर की गिरफ्तारी की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है. सफदर को सोमवार को कराची में उनके होटल के कमरे से गिरफ्तार किया गया था. सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सेना प्रमुख ने कराची कोर कमांडर को तत्काल घटना की जांच करने और जितनी जल्दी हो सके रिपोर्ट सौंपने को कहा है. बयान में हालांकि यह नहीं स्पष्ट किया गया है कि उन्होंने किस घटना की जांच कराने को कहा है. लेकिन, इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने प्रशासन से सफदर की गिरफ्तारी से जुड़ी घटनाओं की जांच कराने की मांग की थी.


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