टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा लगातार बना हुआ है. शुक्रवार की सुबह ही नोएडा के रहने वाले प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने पुरुष हाई जंप मुकाबले में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. प्रवीण कुमार ने कुल 2.07 मीटर की जंप लगाई और दूसरे नंबर पर रहे. इस खेल में ब्रिटेन के ब्रूम एडवर्ड्स जोनाथन ने 2.10 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया. जबकि पोलैंड के लेपियाटो मासिएजो ने 2.04 मीटर की जंप के साथ कांस्य पदक जीता.
रच दिया इतिहास
जानकारी के मुताबिक, टोक्यो पैरालंपिक में नोएडा के प्रवीण कुमार करोड़ो भारतीयों की उम्मीदों पर पूरी तरह से खरे उतरे. इंटरनेशनल गेम्स में डेब्यू करने के दो साल बाद ही प्रवीण कुमार भारत के नए सितारे बनकर उभरे हैं. प्रवीण कुमार ने शुक्रवार को खेले गए फाइनल में अपने हर प्रयास के साथ प्रदर्शन में सुधार किया. अपने तीसरे प्रयास में प्रवीण कुमार ने 2.06 मीटर की छलांग लगाकर भारत की झोली में सिल्वर मेडल डाल दिया. प्रवीण कुमार अब T64 इवेंट में सबसे ऊंची छलांग लगाने वाले एशियाई खिलाड़ी बन गए हैं.
कौन हैं प्रवीण कुमार
बता दें कि ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने से पहले प्रवीण कुमार ने साल 2019 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी धमाल मचाया था. तब प्रवीण कुमार चौथे नंबर पर आए थे, हालांकि मेडल जीतने से चूक गए थे.प्रवीण कुमार का एक पैर सामान्य रूप से छोटा है, लेकिन इसी को उन्होंने अपनी ताकत बनाया और आज इतिहास रच दिया. शुरुआत में वह वॉलीबॉल खेल चुके हैं, लेकिन बाद में हाई जंप का रुख किया. दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में कोच सत्यपाल सिंह की अगुवाई में प्रवीण कुमार ने लगातार ट्रेनिंग ली.
प्रवीण कुमार की उम्र सिर्फ 18 साल है, 15 मई 2003 को उनका जन्म हुआ था. प्रवीण उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) के निवासी हैं. प्रवीण कुमार ने साल 2019 में ही अंतरराष्ट्रीय खेलों में अपना पर्दापण किया और अब दो साल के भीतर ही उनके नाम ओलंपिक का सिल्वर मेडल है.
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