किरण बेदी ने की UP Police की जमकर तारीफ, कहा- अयोध्या फैसले के दौरान किया बेहतरीन काम, मिलना चाहिए मैग्सेसे पुरस्कार

पुडुचेरी की उप राज्यपाल एवं सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी किरण बेदी (Kiran Bedi) ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शांति व्यवस्था बनाये रखने तथा कुंभ के दौरान किये गये सुरक्षा इंतजाम को लेकर गुरुवार को यूपी पुलिस (UP Police) की जमकर तारीफ की है. बेदी ने यहां दो दिवसीय अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कुंभ के दौरान जो व्यवस्था रही और अयोध्या पर फैसले के बाद जो सुरक्षा इंतजाम रहे, उन्हें लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस सराहना की पात्र है. उन्होने कहा कि यूपी पुलिस को इसके लिए मैग्सेसे पुरस्कार मिलना चाहिए.


शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए मिले मैग्सेसे पुरस्कार

लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ किरण बेदी ने कहा कि अयोध्या फैसले के दौरान यूपी सरकार और पुलिस ने बेहतर काम किया. यूपी पुलिस को इसके लिए रैमन मैग्सेसे पुरस्कार मिलना चाहिए. कुंभ के सफल आयोजन पर यूपी पुलिस का पूरी दुनिया मे सम्मान बढ़ा है. डॉ किरण बेदी ने कहा कि बीट पुलिसिंग का आज भी कोई विकल्प नहीं है. बीट पुलिसिंग में कांस्टेबल को जिम्मेदार बनाया जाता है. बीट पुलिसिंग के लिए बेहतरीन कांस्टेबल को चुनना चाहिए. अधिकारियों को भी बीट पुलिसिंग में हिस्सा लेना चाहिए. बीट पुलिसिंग के बगैर अपराध रोकना संभव नहीं है. बीट पुलिसिंग में मार्निंग रोल कॉल में अफसरों को जाना चाहिए. वीआईपी मूवमेंट, लॉ एंड ऑर्डर के चलते भी बीट पुलिसिंग को नहीं छेड़ना चाहिए. यूपी के सीएम भी शाम की फुट पेट्रोलिंग पर ज़ोर देते हैं जो बहुत जरूरी है.


मार्निंग रोल कॉल में जाएं अफसर

पुलिस अफसर के रूप में अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बीट पुलिसिंग में मार्निंग रोल कॉल में अफसरों को जाना चाहिए. वह खुद रोज सुबह इसका हिस्सा बनती थीं, जिसमें उन्हें हमेशा उपयोगी फीडबैक मिलता था. उन्होंने कहा कि पुलिस का मुख्य कार्य अपराध रोकना है, जिसमें बीट पुलिसिंग ही कारगर है.


‘बीट बाक्स’ की स्थापना का दिया सुझाव

किरण बेदी ने अपने प्रयोगों के आधार पर क्षेत्र में ‘बीट बाक्स’ की स्थापना का भी सुझाव दिया. बेदी ने कहा कि यह वह जगह होती है जहां बीट कांस्टेबल दिन में घंटे या दो घंटे के लिए उपलब्ध रहता है. दिल्ली में जन सहयोग से ऐसे 160 बीट बाक्स बनाए गए थे, क्योंकि तब इतना बजट नहीं मिलता था. इसके अलावा बीट कांस्टेबल को समय-समय पर कानून, कोर्ट के अहम फैसलों व डीजीपी के सर्कुलर आदि के बारे में जानकारी देने के लिए रिफ्रेशर प्रोग्राम करने चाहिए. उन्होंने डीजीपी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीधे बीट कांस्टेबल्स से मुखातिब होने का सुझाव दिया.


बता दें ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के सहयोग से यूपी पुलिस इसका आयोजन कर रहा है. उद्घाटन के दौरान अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, बीपीआरएनडी के डीजी वीएस कौमुदी, यूपी के डीजीपी ओपी सिंह मंच पर मौजूद रहे. बता दें यूपी पुलिस मुख्यालय सिग्नेचर बिल्डिंग में 28 और 29 नवंबर को इसका आयोजन हो रहा है. इसमें कई राज्यों के पुलिस अधिकारी, शिक्षाविद्, फारेंसिक एक्सपर्ट भाग ले रहे हैं. इस दौरान बेहतर पुलिसिंग के रोडमैप पर चर्चा होगी. इस दौरान पुलिस साइंस कांग्रेस में पेश किए शोधपत्रों की पुस्तिका का डॉ किरण बेदी ने विमोचन किया. पूर्व में हुए 29 शोधपत्रों को पुस्तिका में जगह मिली है.


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