रिज़र्व बैंक ऑफ इण्डिया के गर्वनर उर्जित पटेल ने इस्तीफ़ा दे दिया है. इन्होने दिसंम्बर 2016 में रघुराम राजन के बाद आरबीआई का पद संभाला था. ये 24 वे गवर्नर थे. काफी समय से आर्थिक नीतियों पर सरकार से मतभेद चल रहा था.
बता दें, रिजर्व बैंक और सरकार के बीच पिछले कुछ समय से तनानती चल रही थी. सरकार के सेक्शन 7 के उपयोग करने को लेकर ये तनातनी चल रही थी. उर्जित पटेल के इस्तीफे की बात पहले भी सामने आई थी तब सरकार ने बयान जारी कर कहा कि रिजर्व बैंक स्वायत्तता रिजर्व बैंक के एक्ट के तहत जरूरी है. उर्जित पटेल ने कहा है कि उन्होने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है. उर्जित पटेल ने अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक में काम करना सम्मान की बात है.
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सेक्शन 7 के तहत सरकार रिजर्व बैंक को आम जनता के हितों को लेकर निर्देश दे सकती है. इस सेक्शन का अब तक उपयोग नहीं हुआ था. सरकार और उर्जित पटेल के विवाद के बाद रिजर्व बैंक ने बोर्ड बैठक भी बुलाई थी. इसमें कई मुद्दों पर बातचीत हुई थी.
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