श्री कृष्ण जन्मस्थान अगर सौहार्द से मिल जाता है तो ठीक, वरना हिंदू समाज छीनना जानता है: साध्वी ऋतंभरा

मथुरा (Mathura) जनपद में श्रीकृष्ण जन्मस्थान शाही ईदगाह विवाद के बीच हिंदूवादी नेता और धर्माचार्य साध्वी ऋतंभरा (Sadhvi Ritambhara) का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि श्री कृष्ण जन्मस्थान (Shri Krishna Janmsthan) अगर सौहार्द से मिल जाता है तो ठीक वरना हिंदू समाज अब जाग गया है। वह छीनना जनता है। जल्द ही भगवान श्री कृष्ण को गर्भ गृह मिलेगा। साध्वी ऋतंभरा का बयान ऐसे समय आया है, जब श्री कृष्ण जन्मस्थान शाही ईदगाह मामले में दाखिल किए गए वाद पर हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

हमारे आस्था के केंद्र बिंदु को कुचलने का हुआ था प्रयास

दरअसल, उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान कहा कि अयोध्या में भगवान राम की जन्मस्थली पर बने मंदिर का प्रमाण धरती खोदकर निकालना पड़ा, लेकिन भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में तो प्रमाण स्वयं सामने स्वयं पत्थर गवाही दे रहा कि अत्याचार हुआ था। मथुरा में रक्त की नदिया बही थी। हमारे आस्था के केंद्र बिंदु को कुचलने का प्रयास हुआ था।

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साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि श्री कृष्ण जन्मभूमि का सच तो सब जानते हैं यहां तक कि खोटा दावा करने वाले भी। अगर चीजें सौहार्द से होंगी तो अच्छी बात है नहीं तो हिंदू जाति अपना अधिकार छीनना जानती है। उन्होने कहा कि राम जी का काम था राम जी ने करवा लिया। हमारी गिलहरी जैसी भूमिका रही। जैसे सेतु बंधन में गिलहरी की भूमिका था।

उन्होंने कहा कि जल्द ही रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे। उसपल के लिए सब खुश हैं। जिसके लिए 500 सालों से पूर्वजों ने इंतजार किया। हम भी अंतिम कड़ी के छोटे-मोटे योद्धा रहे। इस आंदोलन के साथ जुड़कर धन्य हो गए। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुसंख्यक सामाज की भावना को समझा।

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उन्होंने कहा कि राम हम भारतीयों का अपराजय पौरुष हैं, राम हमारी मति भी है, हमारी गति भी है, राम हमारा काम भी है, राम हमारा धर्म भी हैं। राम हमारा आरंभ भी हैं, अंत भी हैं। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि इतने बड़े बहुसंख्यक समाज की घोर उपेक्षा हुई, अयोध्या की उपेक्षा हुई राम जन्मभूमि की उपेक्षा हुई। भावना3ओं की बेकदरी इस कदर हुई कि वहां एकत्रित लोगों के सीने में गोलिया उतार दी गईं।

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