उत्तर प्रदेश के सहारनपुर (Saharanpur) जनपद में डायल-112 में तैनात हेड कांस्टेबल आदेश कुमार (Head Constable Adesh Kumar) ने यूजीसी नेट एग्जाम (UGC NET Exam) में ऑल ओवर 84.30% अंक हासिल किए हैं। वह पिछले 6 सालों से डायल-112 में तैनात हैं और कड़ी मेहनत के जरिए सफलता की इबारत लिखी है।
आईपीएस बनना है हेड कांस्टेबल का टारगेट
हेड कांस्टेबल आदेश कुमार ने मास्टर डिग्री हिंदी 65% और दूसरी मास्टर डिग्री इकोनॉमिक्स में 48% से पास की है। वह डायल 112 में 12 घंटे की ड्यूटी के दौरान लंच टाइम में और रात को आराम के समय पढ़ाई करते रहे और इसकी का नतीजा है कि उन्होंने यूजीसी नेट की परीक्षा ऑल ओवर 84.30% में पास की। अब वह हेड कांस्टेबल के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर बनेंगे। हालांकि, उनका टारगेट आईपीएस बनना है।
हेड कांस्टेबल की पत्नी भी पुलिस विभाग में कांस्टेबल
आदेश कुमार ने 2005 में हाईस्कूल किया। घर में परेशानी की वजह से 2007 में इंटरमीडिएट की परीक्षा छूट गई। हालांकि, उन्होंने 2008 में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। वह एवरेज स्टूडेंट रहे हैं। उनके परीक्षा में काफी कम नंबर आए। कड़ी मेहनत और लगन वह 2011 में यूपी पुलिस में भर्ती हुए। उनकी पत्नी सोनम भी कांस्टेबल है, जो सहारनपुर में ही तैनात है। एक बेटी अंशिका राज और बेटा अक्ष राज है। जन्मभूमि मेरठ का गांव अलीपुर मोरना मवाना है।
मां की मौत से टूट गई थी हिम्मत
जािनकारी के मुताबिक, उनकी मां शशि प्रभा की 15 अगस्त 2022 को मौत हो गई थी। सुबह हेड कांस्टेबल अपनी मां से बात करके घर से निकले थे और पुलिस लाइन में परेड में थे। इस बीच अचानक उन्हें मां की तबियत खराब होने की सूचना मिली, लेकिन परेड पूरी करके ही वह घर पहुंचे और मां की तबियत देखकर उनके आंसू निकल आए।
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वहीं, मां को भी बेटे का इंतजार था। उन्होंने बेटे की गोद में दम तोड़ा। आदेश के मुताबिक, दिसंबर में पीसीएस का एग्जाम था, लेकिन मां की मौत ने सब हिम्मत तोड़ दी। मां का सपना पूरा करने के लिए फिर से दोबारा तैयारी शुरू की। लेकिन पीसीएस के एग्जाम में सफलता नहीं मिली।
मजदूरी करते थे हेड कांस्टेबल के पिता
आदेश ने बताया कि पिता शम्बर सिंह मजदूरी करते थे। घर में तीन भाई और दो बहनों के बीच आदेश कुमार सबसे छोटे थे। पिता ने मजदूरी करके सभी को पढ़ाया। एक भाई विदेश में कंपनी में नौकरी करता है और दूसरा सीआरपीएफ में है। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। आदेश कुमार की 2011 में पुलिस में नौकरी लगी। उन्होंने पहली पोस्टिंग सीतापुर और इसके बाद सहानरपुर में तैनाती मिली। वह गागलहेड़ी, कोतवाली, पुलिस लाइन, कैंप कार्यालय और डीआईजी की एसओजी टीम में रहे। लेकिन पिछले छह साल डायल 112 में तैनात है।
एसएसपी बबलू कुमार से मिली प्रेरणा
आदेश ने बताया कि 2018 में आईपीएस बबलू कुमार एसएसपी बनकर सहारनपुर आए। उनके आने के बाद आदेश की किस्मत बदलना शुरू हुई, क्योंकि उनसे आईपीएस अफसर बनने की प्रेरणा मिली। दोनों ही नवोदय विद्यालय से पढ़े थे। उन्होंने कहा था, तुम आईपीएस बन सकते हो और गुण भी है। यहीं कारण रहा मैंने उनकी प्रेरणा लेकर पहला यूपीएसई का एग्जाम दिया। उसके बाद दो बाद पीसीएस का एग्जाम दिया। लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। मास्टर डिग्री की हुई थी तो यूजीसी नेट की परीक्षा निकाल ली। हालांकि, आईपीएस बनना ही उनका टारगेट है।