UP: डिप्टी CM ब्रजेश पाठक का निर्देश- अस्पतालों में नहीं होनी चाहिए हार्ट, शुगर और बीपी की दवाओं की किल्लत

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी सीएमओ व सीएमएस के साथ दवाओं की उपलब्धता (Availability of Medicines) की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि दिल, शुगर और ब्लड प्रेशर की दवाएं हर अस्पताल में अनिवार्य रूप से रखी जाएं।

इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सभी सीएमओ व सीएमएस को निर्देश दिए कि वे खुद स्टोर की जांच करें और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। दवाओं की कमी पर तत्काल उप्र. मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन और विभागीय अफसरों को रिपोर्ट भेजें।

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उन्होंने कहा कि सर्दी में दिल, शुगर एवं बीपी की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में दवाओं की कमी न होने पाए। अस्पताल आने वाले मरीजों को 15 दिन या इससे अधिक दिन की दवा उलब्ध कराएं। उन्होंने वायरल, डेंगू, चिकनगुनिया समेत दूसरे बुखारों से निपटने के लिए डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की टीमों को 24 घंटे मुस्तैद रहने को कहा।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ओपीडी व भर्ती मरीजों को अस्पताल से ही दवाएं उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा बुखार की दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। साथ डॉक्टरों को निर्देश दिए कि मरीजों को चिकित्सालय में उपलब्ध दवाएं ही लिखें। उन्होंने कहा कि दवाओं की कोई कमी नहीं है।

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डिप्टी सीएम ने निर्देश दिए कि दवा खरीदते समय उसकी एक्सपायरी तिथि का भी ध्यान रखें। दवाओं की एक्सपायर डेट एक से दो साल की होनी चाहिए। यदि जिन अस्पतालों में दवाओं की एक्सपायरी डेट नजदीक है तो उसे दूसरे जरूरतमंद अस्पताल को भेज सकते हैं। ताकि दवाओं को खराब होने से बचाया जा सके।

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