उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन की दिक्कत को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने लगातार कदम उठाए हैं। यही वजह है कि एक बार फिर प्रदेश ने एक रिकॉर्ड कायम किया है। दरअसल, मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने आज ये बताया है कि राज्य में जितनी ऑक्सीजन दी गई है उतनी देश के किसी अन्य राज्य में नहीं दी गई। इस समय प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। यही वजह है कि प्रदेश में तेजी से वायरस के मामलों में कमी आई है।
किसी अन्य राज्य में नहीं दी गई इतनी ऑक्सीजन
जानकारी के मुताबिक, सरकार की ओर से प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने दावा किया कि प्रदेश के किसी जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। जितनी ऑक्सीजन की जरूरत है उतनी ऑक्सीजन जिलों को पहुंचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन सप्लाई 1000 मीट्रिक टन प्रतिदिन तक बढ़ा दी गई है। राज्य में जितनी ऑक्सीजन दी गई है उतनी देश के किसी अन्य राज्य में नहीं दी गई।
मुख्य सचिव की मानें तो युद्ध स्तर पर अभियान छोड़कर यूपी में ऑक्सीजन लाने की शुरुआत हुई। 61 टैंकरों से शुरू हुआ अभियान आज 91 टैंकरों द्वारा जारी है। ये टैंकर हमारे लिए लगातार ऑक्सीजन ला रहे हैं। रेल मंत्रालय हमारे लिए वरदान बन कर आया है, जो हम जमशेदपुर उड़ीसा बंगाल झारखंड के अलग-अलग जगहों से ऑक्सीजन ला पा रहे हैं। इसके अलावा एयर फोर्स की मदद से भी हमने ऑक्सीजन मंगाई और कमी को पूरा किया। अब प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। हमारे पास दो दिन का बफर स्टॉक है।
सीएम ने कहा था ये
इससे पहले सीएम योगी ने ये बताया था कि पहली लहर में संक्रमण इतना तीव्र नहीं था। उस समय ऑक्सीजन की आवश्यकता भी ज्यादा नहीं थी। एल-1 हॉस्पिटल से ही काम चल रहा था। दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग अचानक बढ़ी है। ऑक्सीजन के मामले में वायु सेना और भारतीय रेलवे ने सहयोग किया। इससे काफी हद तक ऑक्सीजन की कमी को दूर कर लिया गया। प्रदेश में 377 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इनमें से कुछ लग चुके हैं।
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