उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लगातार नए आयाम स्थापित कर रही है। इस दिशा में ‘हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन’ (HEW) और ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ (PMMVY) जैसी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना है, ताकि प्रदेश में सामाजिक और आर्थिक बदलाव की नई राहें खुल सकें।
HEW योजना की सफलता के लिए जिलास्तर पर कर्मियों की नियुक्ति
‘हब फॉर इम्पावरमेंट ऑफ वूमेन’ (HEW) योजना के तहत महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेशभर में सेवा केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। इन केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और सरकारी योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। योगी सरकार ने HEW कर्मियों को कौशल विकास, लैंगिक समानता और घरेलू हिंसा से बचाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण देने का भी प्रबंध किया है।
HEW कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आउटसोर्सिंग प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस योजना में जिलास्तर पर 7 कर्मियों की भर्ती की जाएगी, जिसे आगामी एक महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन कर्मियों की नियुक्ति के लिए गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GEM) पोर्टल का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे नियुक्तियों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से महिलाओं को मिलेगा आर्थिक समर्थन
महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’ (PMMVY) गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पोषण और स्वास्थ्य के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। मार्च 2024 से यह योजना बाल विकास सेवा और पुष्टाहार विभाग के अधीन संचालित की जा रही है। PMMVY के तहत महिलाओं को 5000 रुपये की सहायता राशि तीन किस्तों में दी जाती है, जो उनकी पोषण संबंधित जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है।
आने वाले समय में महिला सशक्तिकरण को मिलेगी नई गति
योगी सरकार ने महिला सशक्तिकरण को और प्रभावी बनाने के लिए HEW और PMMVY जैसी योजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और कुशलता पर विशेष ध्यान दिया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया को एक महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है, ताकि इन योजनाओं का लाभ जल्दी और सही तरीके से महिलाओं तक पहुंचे।
इसके अलावा, प्रदेश में महिला शक्ति केंद्रों (MSK), कौशल विकास केंद्रों, सुरक्षित वातावरण और स्वरोजगार के अवसरों के माध्यम से महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कई अन्य योजनाएं भी चल रही हैं। योगी सरकार के इस प्रयास से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को नई दिशा मिलेगी, और यह महिला अधिकारों की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
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