मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की दूर दृष्टि, कार्यशैली और चुनौतियों को भी संभावनाओं में बदलने की रणनीति पर लोगों ने मुहर लगा दिया है. एक निजी चैनल की ओर से कराए गए वोटिंग में लोगों ने देश के पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों उद्धव ठाकरे, योगी आदित्यनाथ, ममता बनर्जी, अशोक गहलोत और शिवराज सिंह चौहान में से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सबसे तेज सीएम चुना है. सीएम योगी साल 2020 में दर्जनों ऐसे फैसले लिए हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर अन्य राज्यों के लिए भी नजीर बने हैं या उन्हें अन्य राज्यों ने भी अपने यहां लागू किया है.
साल की शुरूआत में ही वैश्विक महामारी कोरोना ने समूचे विश्व को रुला दिया. इससे उत्पन्न होने वाली चुनौतियों को सीएम योगी ने पहले ही दिन भांपकर एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया और रोजाना उसकी बैठकें शुरू कीं. जिसका परिणाम यह रहा कि जिस प्रदेश में कोरोना की जांच के लिए एक भी लैब नहीं थी, अब उस प्रदेश में 196 लैब हैं. इतना ही नहीं, प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने से लेकर रोजगार उपलब्ध कराने और उनकी मैपिंग के लिए कामगार श्रमिक एवं रोजगार आयोग का गठन भी किया. प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि करीब दो लाख करोड़ के प्रोजेक्ट धरातल पर शुरू हो रहे हैं. अयोध्या में दीपोत्सव हो या वाराणसी में दीपदान ने वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई. फिल्म सिटी, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, विंध्याचल कारिडोर से लेकर कई ऐसे फैसले रहे, जिन्होंने उत्तर प्रदेश की छवि राष्ट्रीय ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदली है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की दूर दृष्टि, कार्यशैली और चुनौतियों को भी संभावनाओं में बदलने की रणनीति पर लोगों ने मुहर लगा दिया है. एक निजी चैनल की ओर से कराए गए वोटिंग में लोगों ने देश के पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों उद्धव ठाकरे, योगी आदित्यनाथ, ममता बनर्जी, अशोक गहलोत और शिवराज सिंह चौहान में से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सबसे तेज सीएम चुना है. सीएम योगी साल 2020 में दर्जनों ऐसे फैसले लिए हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर अन्य राज्यों के लिए भी नजीर बने हैं या उन्हें अन्य राज्यों ने भी अपने यहां लागू किया है.
अपने पिता के अंतिम संस्कार में न जाकर उन्होंने साबित किया कि कोरोना के संकट में उनके लिए प्रदेश की 23 करोड़ जनता का हित सर्वोपरि है. कोरोना संकट से जूझती सरकारों के सामने लोगों की जान बचाने के साथ विकास का पहिया पटरी पर बनाए रखने की दोहरी और बेहद कठिन चुनौती थी. लेकिन योगी सरकार की तैयारी हर मुश्किल पर भारी पड़ी. इस दौरान उन्होंने विकास, तरक्की, रोजगार, शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अकल्पनीय काम किए. उनके साहसिक फैसलों ने जहां एक तरफ कोरोना को मात दी, वहीं दूसरी तरफ विकास के पहिये को गति भी दी.
उनकी अगुआई में रोजगार, व्यापार, शिक्षा, सुरक्षा, निवेश, उद्योग, गौ संरक्षण, महिला, युवा, गरीब, किसान और मजदूरों के लिए सबसे ज्यादा काम हुआ. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से लेकर दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाने के फैसले तक योगी सरकार ने 2020 में 20 ऐसे बड़े फैसले किए जिन्होंने उत्तर प्रदेश की दशा और दिशा बदल दी.
1. अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का नींव पूजन
करीब 500 सालों के इंतजार के बाद देश-दुनिया में करोड़ों हिंदुओं के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के भव्य मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों करवाने के साथ ही योगी सरकार ने अयोध्या और आस-पास के तमाम इलाकों के विकास का सबसे बड़ा खाका खींच दिया. अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों के कायाकल्प के जरिये वह उत्तर प्रदेश को दुनिया में सबसे बड़े पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल कराने की तैयारी में जुटे हुए हैं.
2. लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाया
पहचान छिपा कर महिलाओं के साथ छल कर के शादी करने वालों के खिलाफ योगी सरकार ने कड़ा कानून बनाया, जो आज अन्य राज्यों के लिए नजीर बना है.
3. शोहदों के लगाए पोस्टर
महिलाओं से छेड़खानी, यौन अपराध करने वालों के चौराहों पर पोस्टर लगाने का फैसला, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों को सबक सिखाने के लिए योगी सरकार ने ऐसे लोगों के पोस्टर चौराहों पर लगाने का फैसला लिया.
4. मिशन शक्ति की शुरुआत
महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए मिशन शक्ति की शुरुआत की. साथ ही प्रदेश भर में थाने, तहसीलों और ब्लॉकों में महिला हेल्प डेस्क समेत महिलाओं की सुविधा के लिए कई योजनाएं शुरू कीं.
5. माफियाओं के महलों पर बुलडोजर
सालों से लोगों के लिए आतंक बने उत्तर प्रदेश के माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार ने सबसे बड़ा और प्रभावी अभियान चलाया. अपराधियों की संपत्ति सीज करने के साथ ही उनकी अवैध इमारतों पर सरकार ने बुलडोजर चलावाया.
6. दंगाइयों से वसूली
उपद्रवियों, दंगाइयों द्वारा क्षतिग्रस्त की गई सरकारी संपत्तियों के नुकसान की उन्हीं से वसूली के लिए योगी सरकार ने रिकवरी अध्यादेश जारी किया. दंगे और बेवजह के प्रदर्शन कर प्रदेश में शांति व्यवस्था बिगाड़ने वाले उपद्रवियों के पोस्टर चौराहे पर लगाने का फैसला योगी सरकार ने किया.
7. गौ हत्या पर 10 साल की जेल
गौ हत्या पर 10 साल की सजा और 5 लाख रुपये के जुर्माने का कानून बना कर गोकशी पर प्रभावी रोक लगाई.
8. विशेष सुरक्षा बल का गठन
योगी सरकार ने CISF की तर्ज पर UPSSF का गठन किया. विशेषाधिकार वाले विशेष सुरक्षा बल का गठन कर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया. साथ ही योगी सरकार ने सेना और अर्धसैनिक बलों के शहीद जवानों के परिजनों को सहायता राशि 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख कर दिया.
9. कमिश्नरेट सिस्टम
लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू कर पुलिस व्यवस्था को नया रूप देने की कोशिश की.
10. बैंक सखी
योगी सरकार ने बैंक सखी योजना के तहत करीब 80 हजार ग्रामीण महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की अनूठी शुरुआत की.
11. अपनों का सम्मान और सुरक्षित घर वापसी
योगी सरकार ने कोविड के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का साहसिक फैसला लिया. बसों और ट्रेनों के जरिये दूसरे प्रदेशों से अपने प्रदेश के लोगों को वापस लाने के साथ ही योगी सरकार ने दूसरे प्रदेशों के मजदूरों को भी उनके घरों तक पहुंचाया. जिसे खूब सराहा गया.
12. कोरोना में जरूरतमंदों का ख्याल
योगी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान भोजन और दवा के साथ 40 लाख से अधिक मजदूरों को 1 हजार रुपये का भत्ता दिया.
13. फिल्म सिटी
योगी सरकार ने नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी और भव्य फिल्म सिटी बनाने का न सिर्फ फैसला किया, बल्कि उसके लिए जमीन चिन्हित कर रूपरेखा भी पेश कर दी.
14. जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट
योगी सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के लिए लोगो और डिजाइन तय करने का काम भी 2020 में किया. इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में जितने भी कामों की शुरुआत हुई वे आगे प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ बेहतर एयर कनेक्टिविटी के लिए निर्माणाधीन एयरपोर्ट इसके उदाहरण हैं. इतना ही नहीं योगी सरकार ने गंगा एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की शुरुआत 2020 में कर इसके निर्माण की राह साफ कर दी.
15. सबके लिए सस्ता और बेहतर स्वास्थ्य
सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए योगी सरकार ने डॉक्टरों के लिए 10 साल तक सरकारी नौकरी अनिवार्य करने का कानून पास किया. इसके तहत हर डॉक्टर को डिग्री प्राप्त करने के बाद सरकारी अस्पतालों में 10 साल की सेवा अनिवार्य रूप से देनी होगी. लोगों को पास में ही इलाज की सुविधा मिले इसके लिए मुख्यमंत्री आरोग्य मेले की भी शुरुआत की गई. मंडल स्तर पर मेडिकल कॉलेजों के साथ अब हर जिले में मेडिकल कॉलेज और प्रमुख महानगरों में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनाने की भी पहल हो चुकी है.
16. चार साल में दिए 4 लाख रोजगार
कोरोना के दौरान युवाओं को रोजगार से जोड़ रही योगी सरकार ने 4 लाख से ज्यादा नौकरियां दीं. मिशन रोजगार के तहत अब तक 20 लाख से अधिक लोगों को स्वरोजगार मिल चुका है. वहीं इस वित्तीय वर्ष का लक्ष्य 50 लाख का है.
17. पूरे साल रही ओडीओपी की धूम
ओडीओपी और एमएसएमई को राज्य के आर्थिक विकास की रीढ़ बनाने का बड़ा फैसला भी 2020 में हुआ। उसका नतीजा रहा कि इस दीपावली को मिट्टी के दीयों की धूम रही.
18. गंगा यात्रा के जरिए आस्था का सम्मान
बिजनौर से बलिया तक की गंगा यात्रा में आस्था के सम्मान के साथ लोग नदी संस्कृति के प्रति जागरूक हुए. साथ ही रिकॉर्ड पौधारोपड़ से लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता आई.
19. पहली बार सूबे में डिफेंस एक्सपो
पहली बार उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरीडोर को केंद्र में रखकर लखनऊ में डिफेंस एक्सपो का आयोजन हुआ.
20. हर घर नल योजना
योगी सरकार ने बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र की प्यास बुझाने के लिए हर घर नल योजना की शुरुआत की.
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