देश में कोरोना विस्फोट!, 24 घंटे में 5300 से ज्यादा केस मिले, IIT कानपुर के प्रोफोसर के दावे ने बढ़ाई टेंशन

कोरोना वायरस (Corona Virus) देश में एक बार फिर अपने पैर पसारता जा रहा है. रोजाना बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या ने लोगों में एक बार फिर डर पैदा कर दिया है. वहीं, सरकार और स्वास्थ्य विभाग में भी फैलते कोरोना संक्रमण की वजह से हड़कंप मचा हुआ है. पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस के 5335 केस दर्ज किए गए हैं. इसके साथ ही देश में कोरोना के सक्रिय केसों की संख्या में भी तेजी के साथ इजाफा हुआ है. देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 25.587 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो 23 सितंबर 2022 के बाद ऐसा पहली बार है जब कोरोना दैनिक मामलों ने 5,000 का आंकड़ा पार किया है. वहीं देश में कोरोना का डेली पॉजिटिविटी रेट 3.32 प्रतिशत है. वहीं इसी बीच आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर के एक दावे ने टेंशन बढ़ा दी है.

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि इन बढ़ते मामलों को मौसमी बीमारी की तरह नहीं देख सकते. प्रोफेसर ने दावा किया कि आने वाले दो महीनों में हर रोज 15 से 20 हजार केस सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि हमारा एक मॉड्यूल है जो कोरोना (Covid 19) के बढ़ते केसों को ट्रैक करता है.

प्रोफेसर ने आगे कहा कि हमारा मॉड्यूल कोरोना की बढ़ती संख्या को अच्छे से ट्रैक नहीं कर पा रहा है. क्योंकि भारत जैसे देश में 4 से 5 हजार केस रोजाना मिलना बहुत कम है. मेरा अंदाजा है कि ये संख्या तेजी से बढ़ रही है. जैसा कि पिछले साल जुलाई के महीने में छोटी सी लहर आई थी और तब रोजाना करीब 20 हजार केस सामने आ रहे थे. कुछ ऐसा ही इस बार भी हो सकता है और नए केसों की संख्या 20 हजार तक पहुंच सकती है.

मामलों में पीक तो आएगी

प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि इस बीमारी को हम मौसमी बीमारी की तरह नहीं देख सकते. देश के अधिकतर लोगों को वैक्सीन लग चुकी है और कहीं न कहीं सभी एक बार इस वायरस से संक्रमित भी हो चुके हैं. इस कारण लोगों में एक स्तर की इम्यूनिटी भी बन चुकी है. तो जब भी किसी को संक्रमण होगा तो ज्यादा असरदार नहीं होगा. उन्होंने कहा कि मामलों में पीक तो आएगी, लेकिन इसे लहर नहीं कह सकते. मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि लहर नहीं आएगी.

स्थिति ज्यादा खतरनाक नहीं होगी

आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने कहा कि अभी हमारा मॉड्यूल ठीक से संख्या नहीं बता पा रहा है, लेकिन अगर केस बढ़ेंगे भी तो स्थिति ज्यादा खतरनाक नहीं होगी. क्योंकि अभी भी ज्यादातर मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं. भारत की जनसंख्या के हिसाब से अगर रोज 20 हजार केस भी सामने आएंगे तो ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. बाकी मैं लोगों से ये ही अपील करूंगा कि भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने पर मास्क लगाएं और अपनी सेहत का ध्यान रखें.

आपको बता दें कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत में खूब कहर बरपाया था. इस दौरान लाखों की संख्या में लोगों की मौत हो गई थी. हालत यह थी कि शमशान घाटों में अंतिम संस्कार के लिए शवों की वेटिंग लगी हुई थी. जबकि अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे थे. और तो और अस्पतालों से ऑक्सीजन और बाजार से जरूरी दवाइयां तक गायब हो गई थीं.

Also Read: यूपी में सफाई मित्रों को सम्मानजनक मानदेय के लिए गठित होगा बोर्ड, CM योगी ने की घोषणा

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )