बहराइच जिला अस्पताल में 71 बच्चों की मौत, योगी के मंत्री बोले- ‘स्वाभाविक है’

उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक जिला अस्पताल में बीते 45 दिनों में 71 बच्चों की मौत हो गई है। जिला अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट का कहना है कि सीमित संसाधनों की वजह से अस्पताल को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सुपरिटेंडेंट डीके सिंह ने बताया है कि हमारे पास 200 बेड हैं, लेकिन मरीजों की सख्या 450 हैं। ऐसे में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सूबे के चिकित्सा मंत्री डॉक्टर सिद्धार्थनाथ सिंह इन मौतों को स्वभाविक बता रहे हैं। चिकित्सा मंत्री का कहा है कि सरकार के पास बुखार से निपटने के पुख्ता इंतजाम है।

 

यूपी में नहीं थम रहा बच्चों की मौत का सिलसिला

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पिछले 45 दिनों में बहराइच के जिला अस्पताल में 71 बच्चों की मौत हो चुकी हैं। बहराइच जिला अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डीके सिंह ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद लोगों की जिंदगी बचाने के लिए जिला अस्पताल हर संभव प्रयास कर रहा है। बहराइच ही नहीं उत्तर प्रदेश के हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं, बुलंदशहर, नोएडा, बाराबंकी सहित कई जिले इस बुखार का दंश झेल रही है। बहराइच के बाद लखीमपुर खीरी और बरेली में सबसे ज्यादा बच्चों के मौत की खबर है।

 

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जानकारी के मुताबिक, बहराइच में 71, बरेली में 42, सीतापुर में 33, हरदोई में 30, कानपुर देहात में 17 और बदायूं में 16 बच्चों की मौत हो चुकी है। हालांकि, विभाग बच्चों की मौत के ऑकड़ों को कम बता रहा है। सूत्रों से पता चला है कि इन बच्चों में बुखार के बाद उल्टी-दस्त शुरू हो जाता है। जिसके बाद बच्चों की हालत बिगड़ती चली जाती है।

 

स्वास्थ्य मंत्री बता रहे बच्चों की मौत को स्वाभाविक

यूपी के चिकित्सा मंत्री डॉक्टर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि जिन बच्चों की मौत रहस्यमयी बुखार से होनी बताई जा रही है, उनमें से अधिकतर की मौतें स्वाभाविक हैं, जबकि कुछ मौतें बाढ़ में पैदा हुई बीमारियों के कारण हुई हैं। उन्हों कहा कि बाकी मामलों की जांच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है।

 

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उन्होंने कहा कि बुखार से निपटने के लिए सरकार के पास पुख्ता इंतजाम हैं। मंत्री का दावा है कि बारिश के सीजन और उसके बाद पैदा होने वाली संक्रामक बीमारियों के संभावित खतरे से निपटने के लिए राज्य सरकार ने पहले ही योजना तैयार कर ली थी। सभी को दवाएं औ जरूरी किट मुहैया करा दी गई है। एक्सट्रा बेड के लिए अतिरिक्त फंड भी मुहैया करा दिया गया है।

 

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