हाल ही में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जमकर आतंक मचाया था। जिसके बाद बाद सीएम योगी ने ट्रिपल टी नीति अपनाकर काफी कम समय में वायरस के ग्राफ को घटा दिया। इसी का नतीजा है कि वर्तमान समय में प्रदेश के कई जिलों में एक भी एक्टिव केस नहीं है। भले ही आज पास के प्रदेशों में वायरस का ग्राफ अभी बढ़ा हुआ है पर, सीएम योगी के ट्रैक, टेस्ट एंड ट्रीटमेंट के फॉर्मूला को सख्ती से लागू करने के कारण ही देश के सर्वाधिक जनसंख्या वाले प्रदेश में स्थिति काफी नियंत्रण में है। इसके साथ ही सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वाला उत्तर प्रदेश पहला प्रदेश बन गया है।
रंग लाई सीएम योगी की मेहनत
जानकारी के मुताबिक, जब वायरस की दूसरी लहर ने अपनी गति बढ़ाई थी तब इस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पॉजिटिव हो गए थे। इससे उबरने के बाद उन्होंने बड़ा अभियान चलाकर उत्तर प्रदेश को काफी राहत वाली स्थिति में ला खड़ा किया है। ट्रिपल टी नीति की वजह से अब उत्तर प्रदेश के 75 में से सात जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण का अब एक भी केस नहीं है। सूबे के अलीगढ़, चित्रकूट, हाथरस, कासगंज, महोबा, शामली व श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी संक्रमित नहीं है।
बता दें कि सातों जिले रविवार को कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं। इसके साथ ही बीते दिनों किसी भी जिले में दोहरे अंक में नए केस की पुष्टि नहीं हुई। 47 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 28 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। प्रदेश में हर नए दिन के साथ कोविड महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है। ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध हैं।
टीकाकरण के लिए चल रहा अभियान
इसके साथ ही अब तक उत्तर प्रदेश में चार करोड़ तीन लाख 54 हजार से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन की डोज दी गई है। यह संख्या किसी एक राज्य का सर्वाधिक वैक्सीनेशन है। कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरंतर संचालित है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 4,08,975 लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई गई है। अब तक कुल 4,03,52,500 डोज लगाई जा चुकी हैं। प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन को और तेज करने की आवश्यकता है। जिसके लिए सीएम के साथ साथ लगातार अफसर भी लोगों को जागरूक करने में लगे हैं।
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