पंचतत्व में विलीन हुआ मशहूर गायक भूपिंदर सिंह का पार्थिव शरीर, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

 

ये साल भारतीय सिंगरर्स के लिए काफी मुश्किलों भरा रहा है. पहले लता दीदी, फिर बप्पी लहरी, सिद्दू मुसेवाला और अब मशहूर गायक भूपिंदर सिंह…. जी हां मशहूर गायक भूपिंदर सिंह का बीती शाम कोरोना के चलते निधन हो गया. कोरोना के अलावा भी वो काफी समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने मुंबई के क्रिटिकेयर एशिया अस्पताल में 18 जुलाई की शाम को 7:45 बजे अंतिम सांस ली. भूपिंदर के गुजर जाने से एक ओर जहां सितारों से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया तो दूसरी ओर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है. कोरोना से संक्रमित होने की वजह से देर रात ही भूपिंदर सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए मुंबई के श्मशान घाट लाया गया और दिग्गज गायक पंचतत्व में विलीन हो गए.

पत्नी ने की पुष्टि

जानकारी के मुताबिक, भूपिंदर सिंह 82 साल के थे. भूपिंदर सिंह की पत्नी मिताली सिंह ने उनके निधन के खबर की पुष्टि की है. मिताली ने बताया कि भूपिंदर काफी समय से हेल्थ इश्यू का सामना कर रहे थे. उन्हें कई प्रॉब्लम थीं, जिसमें यूरिनरी इश्यू शामिल था. भूपिंदर सिंह के जाने में बाद बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री और फैंस के बीच शोक पसर गया है.

A ghazal mustn't sound western: Bhupinder Singh - Hindustan Times

भूपिंदर सिंह बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर होने के साथ-साथ गजल गायक भी थे. उनका जन्म 6 फरवरी 1940 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. उनके पिता प्रोफेसर नाथ सिंहजी एक ट्रेन्ड वोकलिस्ट थे. पिता ने ही भूपिंदर को गाने की ट्रेनिंग दी थी. उनके पिता काफी सख्त टीचर हुआ करते थे. ऐसे में एक समय पर भूपिंदर सिंह को म्यूजिक और उसके इंस्टूरमेंट्स से नफरत हुआ करती थी. अपने करियर की शुरुआत में भूपिंदर सिंह दिल्ली के ऑल इंडिया रेडियो में परफॉर्म किया करते थे. उन्होंने गिटार और वायलिन बजाना भी सीखा था.

ऐसे मिला था पहला ब्रेक

1962 में म्यूजिक डायरेक्टर मदन मोहन ने AIR के प्रोड्यूसर सतीश भाटिया की डिनर पार्टी में भूपिंदर को गाते हुए सुना था. इसके बाद उन्होंने भूपिंदर को मुंबई बुलाया और मोहम्मद रफी, तलत महमूद और मन्ना डे के साथ ‘होके मजबूर उसने मुझे बुलाया होगा’ गाने को गाने का मौका दिया. फिल्म हकीकत के इस गाने को खूब पसंद किया गया था.1980 के मध्य में भूपिंदर सिंह ने मिताली मुखर्जी से शादी कर ली थी. मिताली बांग्लादेश की सिंगर हैं. कपल ने साथ मिलकर कई गजलें गाईं और लाइव परफॉरमेंस कीं. दोनों का एक बेटा है, जिसका नाम निहाल सिंह है. निहाल भी म्यूजिशियन है.

भूपिंदर सिंह

ये हैं उनके मशहूर गानें

अगर इनके गानों की बात करें तो भूपिंदर सिंह ने मौसम, सत्ते पे सत्ता, आहिस्ता आहिस्ता, दूरियां और हकीकत संग कई फिल्मों के गानों को अपनी आवाज दी थी. उनके फेमस गानों में ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’, ‘प्यार हमें किस मोड़ पर ले आया’, ‘हुजूर इस कदर’, ‘एक अकेला इस शहर में’, ‘जिंदगी मिलके बिताएंगे’, ‘बीती ना बितायी रैना’, ‘नाम गुम जाएगा’ शामिल हैं.

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पीएम ने व्यक्त किया शोक

सेलेब्स संग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सिंगर के फैंस और अन्य ने भूपिंदर सिंह के जाने पर शोक जताया है. सिंगर विशाल डडलानी ने ट्वीट किया, ‘भूपिंदर जी की याद में. काफी काव्यात्मक बात है कि उन्होंने लता जी को फॉलो किया. जैसे नाम गुम जाएगा गाने में किया था. उनकी आवाज ही पहचान है और हमेशा याद रहेगी.’

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