उत्तर प्रदेश के आईटी सेक्टर (IT Sector) में विस्तार के लिए सिंगापुर (Singapore) की कंपनी एसजीएल कैपिटल (SGL Limited) नोएडा और ग्रेटर नोएडा में डेटा सेंटर का निर्माण करेगी। कंपनी यहां करीब 8 हजार करोड़ रुपए का निवेश (Investment of 8000 Crores) करेगी। इससे करीब 2000 लोगों को प्रत्यक्ष और इतने ही लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
स्वतंत्र देव सिंह की अगुवाई में एमओयू साइन
इसके लिए सीईओ रितु माहेश्वरी ने जल संसाधन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की अगुवाई में सिंगापुर की कंपनी के साथ एमओयू साइन किए। एमओयू साइन होने के साथ कंपनी को फरवरी-2023 में लखनऊ में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा एजुकेसन एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत सिंगापुर ग्लोबल स्कूल फाउंडेशन से 100 करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए हैं।
आज ‘सिंगापुर एंटरप्राइज़’ के सहयोग से ‘CEO राउंड टेबल’ कान्फ्रेंस आयोजित की गई।
मुझे आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि इसके उपरान्त उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए ₹8,000 हज़ार करोड़ से अधिक के MoU पर हस्ताक्षर हुए। #UPGoesGlobal pic.twitter.com/pqUiP6A7Zi
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) December 16, 2022
योगी सरकार लाई थी डाटा सेंटर नीति 2021
बता दें कि योगी सरकार नोएडा व ग्रेटर नोएडा में डेटा सेंटर्स उद्योग विकसित किए जाने की मंशा से डाटा सेंटर नीति 2021 लाई थी। इसके जरिए प्रदेश में करीब 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश और बड़ी संख्या में रोजगार भी मिलेगा। इससे पहले हीरानंदानी ग्रुप ने 7 हजार करोड़ रुपए निवेश कर पहला योटा डी-1 डेटा सेंटर यहां शुरू किया, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था।
माइक्रोसॉफ्ट को सेक्टर 145 में 60 हजार वर्गमीटर आवंटित की गई। इस भूमि पर जल्दी ही 1800 करोड़ रुपए का निवेश कर माइक्रोसॉफ्ट का साफ्टवेयर पार्क और डाटा सेंटर स्थापित होगा। इस प्रोजेक्ट में 3500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी प्रकार नोएडा अथॉरिटी ने अडाणी ग्रुप इस प्रोजेक्ट पर 2,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगा।
वहीं, सेक्टर-62 और 80 में डाटा सेंटर का निर्माण कर रहा है। इससे 1100 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। 16,350 वर्ग मीटर का बड़ा प्लॉट एमए क्यू इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को अलॉट किया है। एमएक्यू दुनिया की अग्रणी आईटी और आईटीईएस कंपनियों में एक है। कंपनी इस प्लॉट पर एक आईटी प्रोजेक्ट लगाएगी। इस पर कंपनी 250 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके अलावा एचसीएल, गूगल और टीसीएस नोएडा में पहले ही पैर पसार चुकी हैं।