भारत (India) ने चार दशकों के अंतराल के बाद ड्रेसाज प्रिक्स सेंट-जॉर्जेस में स्वर्ण पदक जीतकर एशियाई खेलों की घुड़सवारी प्रतियोगिताओं (Horse Riding) में इतिहास रचा है। एशियन गेम्स 2023 (Asian Games 2023) में भारत के खाते में तीसरा गोल्ड (Gold) आ गया है। घुड़सवारी में सुदिप्ती हजेला, दिव्यकृति सिंह, हृदय छेदा और अनुष अगरवल्ला की चौकड़ी ने 41 साल बाद देश को गोल्ड दिलाया।
भारतीय टीम ने 209.206 अंक हासिल किए और मेजबान चीन से आगे रही, जिसने 204.882 अंक हासिल किए जबकि हांगकांग ने 204.852 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता। यह एशियाई खेलों में टीम ड्रेसाज स्पर्धा में भारत का दूसरा पदक है।
41 साल बाद भारत को घुड़सवारी में मिला पहला स्वर्ण!
भारतीय घुड़सवारी टीम ने #AsianGames के ड्रेसेज स्पर्धा में 41 साल बाद गोल्ड जीत कर इतिहास रच दिया है। इस स्वर्णिम उपलब्धि के लिए आप सभी को हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की अनंत शुभकामनाएं। pic.twitter.com/lIUAO9gJIt
— Mohit Beniwal (@MohitBeniwalBJP) September 26, 2023
जीतेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया, गुलाम मोहम्मद खान और रघुबीर सिंह की टीम ने कांस्य पदक जीता था, जब खेल ने नई दिल्ली में 1982 के संस्करण में अपनी शुरुआत की थी। भारत के तीनों स्वर्ण पदक 1982 के एशियाई खेलों में व्यक्तिगत इवेंटिंग, टीम इवेंटिंग और व्यक्तिगत टेंट पेगिंग में आए, जो 1982 के बाद कभी आयोजित नहीं किए गए।
हांगझोऊ से पहले भारत ने एशियाई खेलों में 3 स्वर्ण, 3 रजत और 6 कांस्य पदक जीते थे। 2018 में भारत ने घुड़सवारी में दो रजत पदक जीते थे, दोनों इवेंटिंग में आए थे जिसमें फवाद मिर्जा व्यक्तिगत प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रहे थे और फिर राकेश कुमार, आशीष मलिक और जितेंद्र सिंह के साथ टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता था।
लेकिन सुदीप्ति हजेला, दिव्यकृति सिंह, हृदय छेदा और अनुश अग्रवाल के युवा संयोजन ने मंगलवार को सभी बाधाओं को पार करते हुए हांगझोऊ में भारतीय घुड़सवारी के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
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