कूटनीतिक स्तर पर मोदी सरकार को एक बड़ी कामयाबी मिली है. भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत लाए जाने का रास्ता साफ हो गया है. लंदन की कोर्ट ने माल्या के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. कोर्ट ने कहा कि वह ऊपरी कोर्ट में अपील कर सकता है. माल्या को 14 दिन में फैसले के खिलाफ अपील करनी होगी.
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ब्रिटेन की अदालत ने माल्या के प्रत्यर्पण का मामला कार्रवाई के लिए विदेश मंत्री को भेजा. इसके बाद अदालत ने सोमवार को सुनवाई करते हुए विजय माल्या के प्रत्यर्पण का रास्ता साफ कर दिया. आपको बता दें कि ठप खड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमुख रहे 62 वर्षीय माल्या पर करीब 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और धन शोधन का आरोप है. पिछले साल अप्रैल में प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तारी के बाद से माल्या जमानत पर है.
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