उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) के दौरान आस्था और अर्थव्यवस्था के बीच संबंध को एक मजबूत उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत किया। प्रदेश सरकार ने कहा कि महाकुंभ और उससे जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास ने न सिर्फ धार्मिक आस्था को बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सोमवार को मुंबई से आए युवा उद्यमियों से बातचीत के दौरान बताया कि प्रयागराज में शिवालय पार्क (Shivalaya Park) का निर्माण 14 करोड़ रुपये में हुआ था और केवल 21 दिनों में इसने न सिर्फ अपनी लागत पूरी की, बल्कि 14 करोड़ रुपये का मुनाफा भी कमाया। यही नहीं, यह राशि प्रयागराज नगर निगम को भी दी गई।
आस्था को सम्मान से बढ़ सकती है अर्थव्यवस्था
उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि अगर आस्था को सम्मान दिया जाए, तो देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था कितनी तेजी से विकास कर सकती है। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ की तैयारियों पर खर्च हुए 75,000 करोड़ रुपये का जिक्र किया और बताया कि अब तक 53 करोड़ श्रद्धालु कुंभ स्नान कर चुके हैं, और अगले नौ दिनों में यह संख्या 60 करोड़ तक पहुंच सकती है।
महाकुंभ से यूपी की जीडीपी में संभावित बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर अगले नौ दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या 60 करोड़ तक पहुंचती है, तो यूपी की जीडीपी में 3 से 3.25 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ, अयोध्या और काशी जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल ना केवल आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि इनकी वजह से राज्य और देश की अर्थव्यवस्था को भी भारी फायदा हो रहा है।
अयोध्या, काशी और महाकुंभ की महत्ता
योगी ने अपने संबोधन में अयोध्या और काशी के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में अब 14-15 करोड़ श्रद्धालु आते हैं, जबकि 2016-17 में यहां केवल 2.35 लाख श्रद्धालु आते थे। इसके अलावा, राम जन्मभूमि के लिए 750 करोड़ रुपये का चढ़ावा इकट्ठा हुआ और इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में भारी उन्नति हुई है। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम के बनने से भी श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। काशी में अब पहले से कहीं अधिक लोग पहुंच रहे हैं, और इस बदलाव को मैंने स्वयं अनुभव किया है।
कुंभ 2025 की सफलता
सीएम योगी ने कहा कि 2013 के महाकुंभ में 12 करोड़ श्रद्धालु आए थे, वहीं इस बार महाकुंभ में 36 दिन में 53 करोड़ श्रद्धालु आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस बार की तुलना करें, तो इस महाकुंभ को 55 दिन में आयोजित किया गया था। अगले 9 दिनों में संख्या 60 करोड़ तक पहुंच सकती है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार ने जनता की बुनियादी सुविधाओं के लिए कई प्रयास किए हैं। प्रयागराज में 700 से अधिक नियमित फ्लाइट्स चल रही हैं, 700 नए चार्टेड प्लेन उतर चुके हैं, और रोजाना मेला स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं। राज्य परिवहन की 14,000 बसों का बेड़ा भी काम कर रहा है।
देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं