उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने दुग्ध उत्पादन (Milk Production) को बढ़ाने के लिए महिला सामर्थ्य योजना की शुरुआत की है। इसके तहत स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को मदद दी जाती है। बुंदेलखंड में चलने वाली बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की सफलता और काशी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के प्रति महिला किसानों के सकारात्मक रुझान को देखते हुए सीएम योगी ने प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए 200 करोड़ रुपए की धनराशि आवंटित की है।
पांच मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना का लक्ष्य
इससे जहां प्रदेश की महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी। वहीं, दूसरी ओर प्रदेश की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। इस योजना के तहत रायबरेली, गोरखपुर, बरेली, प्रयागराज और लखनऊ में पांच मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना का लक्ष्य है। इन 7 कंपनियों बलिनी और काशी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी समेत अगले पांच वर्षों में रोजाना करीब 15 लाख लीटर दूध के संकलन का लक्ष्य रखा गया है।
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वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने में होगी अहम भूमिका
निदेशक ने बताया कि बरेली में स्थापित होने वाली मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के आस पास के 6 जिलों (बरेली, रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और सीतापुर) के 40 हज़ार से अधिक महिला किसान लाभान्वित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रयागराज और लखनऊ के आस-पास के जिलों को इस योजना से जोड़ने के लिए एनडीडीबी डेरी सर्विसेस से डीपीआर के लिए अनुरोध किया गया है।दिसंबर तक इसके लिए परसमिशन भी मिल जाएगा।
इन 5 नई कंपनियों के साथ-साथ पहले से चल रही 2 कंपनियां मिल कर अगले पांच सालों में रोजाना करीब 15 लाख लीटर दूध का इकट्ठा करेंगी। इससे जहां प्रदेश की ग्रामीण महिलाएं सशक्त, स्वावलंबी और आत्मनिर्भर होंगी, वहीं इससे प्रदेश की आय में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महिला सामर्थ्य योजना प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने में भी अहम भूमिका निभाएगी।