Covid-19: UP में टेस्टिंग बढ़ी, एक्टिव केस घटे, रिकवरी दर हो रही बेहतर

कोरोना (Corona) के खिलाफ जारी वैश्विक लड़ाई में उत्तर प्रदेश के लिए यह खबर राहत भरी है. बीते सप्ताह से एक ओर जहां नए कोविड केस (Corona cases in UP) कम आ रहे हैं, वहीं, कोरोना से लड़ाई जीत कर स्वस्थ होने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. प्रदेश मे एक्टिव केस थे, जो 05 मई को घटकर रह गए हैं. बेहतरी की यह स्थिति तब है जबकि यूपी ने कोविड टेस्टिंग के लिए मुहिम छेड़ रखी है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एक बार फिर साफ किया है कि प्रदेश पूर्ण तालाबंदी की ओर नहीं जाएगा और पूरी सख्ती के साथ आंशिक कोरोना कर्फ्यू की नीति जारी रहेगी.


बुधवार को राज्य स्तरीय टीम-09 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहके रात्रिकालीन कर्फ्यू और फिर तीन दिवसीय साप्ताहिक बन्दी में प्रदेशवासियों ने संयम और स्वानुशासन का शानदार परिचय दिया है, इसके परिणाम संतोषप्रद हैं. बीते 24 घंटो में 1,13,000 आरटीपीसीआर टेस्ट सहित कुल 2,32,038 सैम्पल टेस्ट हुए, जबकि 21,165 नए केस और और 40852 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए. ऐसी ही स्थिति बीते करीब एक सप्ताह से देखने में आ रही है. वर्तमान में 2,62,474 एक्टिव केस प्रदेश में हैं. ऐसे में सरकार ने आंशिक कोरोना कर्फ्यू की नीति को ही लागू रखने का निर्णय लिया है. आंशिक कोरोना कर्फ्यू अब सोमवार सुबह 07 बजे तक लागू रहेगा.


मुख्यमंत्री ने अलग-अलग अवसरों पर इस बात पर जोर दिया है कि प्रदेश सरकार लोगों के जीवन और जीविका दोनों की सुरक्षा के लिए संकल्पित है. दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जहां बीते 03-04 हफ्तों से पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है, वहां संक्रमण दर को लेकर कोई बहुत उत्साहजनक नहीं देखने को मिले. यही नहीं टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट की नीति के अनुसार यूपी ने अब तक जहां 4,20,32,500 टेस्ट किये हैं वहीं विभिन्न राज्यों में टेस्टिंग को लेकर भी उदासीनता का रवैया देखने को मिल रहा है. बता दें कि यूपी में हर दिन औसतन सवा दो लाख कोविड टेस्ट किये जा रहे हैं. बीते 01 मई को नया रिकॉर्ड बनाते हुए प्रदेश में 02 लाख 96 हजार टेस्ट किये गए.


कंटेनमेंट ज़ोन में बढ़ेगी सख्ती केवल डोर-स्टेप डिलीवरी की अनुमति, शुरू होंगे कम्युनिटी किचेन

आंशिक कोरोना कर्फ्यू के अच्छे परिणाम को देखते हुए इसे और सख्ती से लागू किया जाएगा. करीब 90 हजार कंटेनमेंट ज़ोन बनाये गए हैं, जहां गैर जरूरी आवागमन पर पूरी तरह प्रतिबंध है. अब इसे और सख्त करते हुए यहां डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कराई जाएगी. कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा की निगरानी में होम डिलीवरी सिस्टम तैयार किया गया है. आंशिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यों के लिए आवागमन की पूरी छूट रहेगी.


औद्योगिक गतिविधियां, ई-कॉमर्स से सम्बंधित कार्य यथावत चलते रहेंगे. राशन वितरण और टीकाकरण का कार्य सुचारू रूप से जारी रहेगा. मुख्यमंत्री का निर्देश है कि पुलिस ऐसे लोगों की यथावश्यक मदद भी करे. वहीं विशेष परिस्थितियों के लिए ई-पास की व्यवस्था लागू की गई है. कर्फ्यू के कारण रेहड़ी पटरी व्यवसायियों, ठेला लगाने वालों, दैनिक श्रमिकों आदि को भरण-पोषण की समस्या न हो इसके लिए ‘सामुदायिक भोजनालयों’ का संचालन प्रारम्भ करने की तैयारी है. प्रत्येक दशा में कंटेनमेंट ज़ोन को प्रभावी बनाएं. औद्योगिक इकाइयों में भोजन का आदि का आवश्यकतानुसार प्रबन्ध रहे. कोई भी व्यक्ति भोजन के अभाव में परेशान न हो, इसे सुनिश्चित किया जाए.


97 हजार गांवों में वृहद टेस्टिंग अभियान शुरू

गांवों को कोविड संक्रमण से बचाने के लिए बुधवार से वृहद टेस्टिंग अभियान शुरू हुआ. अभियान के तहत कोविड संक्रमित लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट कराने हेतु सर्विलांस टीम लोगों के घर-घर जा रही है. इस कार्य के लिए निगरानी समितियों के पास 10 लाख मेडिसिन किट तथा आरआरटीम के पास 10 लाख एन्टीजन किट उपलब्ध करायी जायेगी. अभियान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों मे कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका एन्टीजन टेस्ट कराते हुए, उनकों निशुल्क मेडिसिन किट उपलब्ध कराते हुए, उनका उपचार किया जायेगा. टेस्ट की रिपोर्ट और मरीज की स्थिति के आधार पर उसे होम आइसोलेशन, इंस्टिट्यूशनल क्वारन्टीन अथवा अस्पताल में इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी. ग्राम पंचायत/स्कूलों में क्वारंटीन सेंटर बनाये जा रहे हैं. क्वारंटीन सेंटर में रहने वाले लोगों की देखभाल तथा खान-पान की व्यवस्था सरकार द्वारा की जायेगी.


Also Read: टेस्‍ट, ट्रैक, ट्रीट के मूल मंत्र से योगी सरकार ने पाया कोरोना की रफ़्तार पर काबू, 6 दिनों में कम हुए रिकॉर्ड 50 हजार केस


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )