मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजों ने जहां एक तरफ कांग्रेस के लिए राज्य में 15 साल का सूखा खत्म करने की तरफ इशारा किया है. वहीं बीजेपी के लिए यह नतीजे किसी राजनीति हार की तरह न होकर एक सबक की तरह है. 230 सीटों के नतीजों में कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं. राज्य में सत्ताधारी बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं. बीएसपी को 2 सींटें मिली हैं, समाजवादी पार्टी को 1 व 5 सीटें अन्य के खाते में गई है. मध्य प्रदेश के नतीजों से ये साफ हो गया है कि राज्य में किसी भी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिला है.
Also Read: आखिर राजस्थान से क्यों गया ‘राजे का राज’
खबर है कि राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान सुबह 10 बजे के करीब प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि हम बुधवार को राज्यपाल महोदय से मुलाकात करेंगे. राकेश सिंह ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस को जनादेश नहीं मिला है. राकेश सिंह ने दावा किया है कि राज्य के कई निर्दलीय विधायक उनके संपर्क में है.
Also Read: MP: जनता ने की बीजेपी से बेवफाई, मालवा-निमाड़ साबित हुआ किंगमेकर
वहीं 114 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर अपनी सरकार बनाने का दावा पेश किया है. साथ ही उन्होंने मंगलवार देर रात राज्यपाल से मिलने का वक्त भी मांगा था. कमलनाथ ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी होने निर्दलीय विधायकों के समर्थन की बात करते हुए प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है.
Also Read: NOTA बना BJP की हार की सबसे बड़ी वजह, 12 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने नहीं डाला वोट
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )