ममता बनर्जी ने कमलनाथ के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जाने से किया मना, नहीं बताया कोई कारण

आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के नए सीएम कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी. मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल सोमवार को कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में ममता बनर्जी के भोपाल नहीं जाने का कोई कारण नहीं बताया गया है. शपथ ग्रहण कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिनेश त्रिवेदी पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे. जिसे कांग्रेस, विपक्षी एकता के तौर पर पेश करना चाहती है. दिनेश त्रिवेदी ने पीटीआई से कहा, ‘सोमवार को शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने का निर्देश मुझे पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने दिया है.’ क्या आप कार्यक्रम के लिए कोई संदेश लेकर जा रहे हैं? इस सवाल के जवाब पर दिनेश त्रिवेदी ने कहा, ‘ऐसा कोई संदेश नहीं है. मेरा वहां जाना ही संदेश है.’

 

कांग्रेस ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओ को दिया न्यौता

कांग्रेस के पार्टी प्रमुख राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए ममता बनर्जी, आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती को आमंत्रित किया गया. इसके अलावा कांग्रेस ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है.

 

Also Read: कांग्रेस के गठबंधन की कोशिशों को बड़ा झटका, शपथग्रहण से ठीक पहले मायावती और अखिलेश ने आने से किया इंकार

 

कांग्रेस को छोड़कर अन्य बड़े दिग्गजों के साथ दिखी ममता की घनिष्ठता

पहले क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर ममता बनर्जी ने संघीय मोर्चा के अवधारणा की शुरुआत की थी. जिसमे की आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव के अलावा द्रमुक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन के साथ उनकी घनिष्ठता नजर आई. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के साथ उनकी ऐसी गर्मजोशी नहीं दिखी. छिंदवाड़ा से 9वीं बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे कमलनाथ, वर्तमान में मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. कमलनाथ 15 साल के बाद प्रदेश में बन रही कांग्रेस की सरकार के मुखिया होंगे. 230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं और उसे कुल 121 विधायकों का समर्थन प्राप्त है.

 

Also Read: 1984 सिख दंगों में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार दोषी करार, 34 साल बाद आये फैसले में मिली उम्रकैद

 

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करेंआप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )