RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मिडिल क्लास को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कमी की घोषणा की है। इसके बाद अब रेपो रेट 6.25 प्रतिशत हो गया है। यह कटौती पांच साल बाद की गई है, और इससे पहले 2020 में इसे घटाया गया था। इसके परिणामस्वरूप अब लोन की ईएमआई कम हो जाएगी, जो मिडिल क्लास के लिए राहत का कारण बनेगा।
गवर्नर संजय मल्होत्रा का बयान
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बैठक के बाद कहा कि इस फैसले का उद्देश्य देश की आर्थिक स्थिति में सुधार करना है। उन्होंने बताया कि वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2026 के लिए देश की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.7 प्रतिशत जताया है। साथ ही, आगामी तिमाहियों में 6.5% से 7% तक की वृद्धि का अनुमान है।
महंगाई पर नियंत्रण का लक्ष्य
RBI गवर्नर ने यह भी बताया कि महंगाई दर को और कम करने के उद्देश्य से बैंक कई कदम उठा रहा है। दिसंबर में रिटेल महंगाई दर 5.22% के निचले स्तर पर पहुंची, जबकि थोक महंगाई दर बढ़कर 2.37% हो गई।
निवेशकों के लिए नई योजना
RBI ने यह भी कहा कि अब निवेशक सरकारी सिक्योरिटीज में ट्रेडिंग के लिए सेबी द्वारा रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं, जो निवेशकों के लिए एक नई सुविधा होगी।
वैश्विक आर्थिक चुनौतियां और भारतीय रुपया
गवर्नर ने कहा कि वर्तमान में वैश्विक आर्थिक और जियो-पॉलिटिकल चुनौतियां भारतीय रुपया पर दबाव डाल रही हैं, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक को कई बड़े निर्णय लेने की आवश्यकता महसूस हो रही है।