स्वदेशी भुगतान प्रणाली पर आधारित एटीएम कार्ड RuPay ने भारत में शानदार प्रदर्शन किया है. और उसने पिछले कुछ सालों में अपनी उपयोगिता का लोहा मनवाया है. भारत में स्वदेशी भुगतान प्रणाली वाले रुपे कार्ड से एक साल में 6 लाख करोड़ रुपए के डिजिटल ट्रांजेक्शन होते हैं. इस हिसाब से Visa, MasterCard और Rupay जैसे Digital Payments Network का कुल मार्केट 6 हजार करोड़ रुपए का है. यही वजह है की अब दूसरे देश भी इस प्रणाली की ओर आकर्षित हो रहें हैं.
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और अब जल्द ही रुपे कार्ड भूटान में लॉन्च होगा. इसकी जानकारी भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में दी. गौरतलब है की बाजार में Mastercard और Visa कार्ड ही रुपे कार्ड के मुख्य प्रतिद्वंदी हैं. Mastercard और Visa अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल पेमेंट कंपनियां हैं.
विदेशी कंपनियों का ख़त्म हो रहा बिजनेस
अधिक जानकारी के लिए हम आपको बता दें की जब आप कोई डिजिटल ट्रांजेक्शन करते हैं, तो इन कंपनियों के गेटवे के जरिए ही उसकी पेमेंट होती है. इस डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए कमीशन इन विदेशी कंपनियों को मिलता है. यह कमीशन कुल पेमेंट का एक फीसदी होता है. इसके जवाब में भारत ने Rupay कार्ड निकाला है. जिससे इन कंपनियों का बिजनेस खत्म हो रहा है.
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ऐसा अनुमान है कि आने वाले भविष्य में भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन 50 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा. जाहिर है ऐसी स्थिति में इन कंपनियों का मुनाफा भी बढ़ जाएगा. वहीं, रुपे कार्ड के आने से इन कंपनियों को होने वाले मुनाफे में भारत का हिस्सा भी बढ़ जाएगा. अभी भारत में करीब 102 करोड़ डेबिट (Debit) और क्रेडिट (Credit) कार्ड्स हैं. इनमें से करीब 50 करोड़ RuPay Cards हैं. इस वजह से विदेशी कंपनियों की कमाई अभी से कम हो गई है. आने वाले भविष्य में उन्हें और भी नुकसान हो सकता है.