Shri Krishna Janmashtami Puja Vidhi Paran time: हर साल जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. जन्माष्टमी की तैयारियां बड़े जोरों शोरों पर हैं, वहीँ कई लोग अलग-अलग तरीके से भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए भक्तिभाव और विधि-विधान से पूजा-पाठ की तैयारी में लगे हुए हैं. जन्माष्टमी का इंतज़ार सालभर से बड़ी बेसब्री से किया जाता है. इस दिन लोग भगवान कृष्ण का आशीर्वाद पाने के लिए उपवास भी रखते हैं. लेकिन इस दिन कुछ उपायों को भी करके भगवान को प्रसन्न किया जा सकता है. आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जिन्हें करके जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण को प्रसन्न किया जा सकता है. मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा करने से भगवान कृष्ण हर बिगड़े काम बना देते हैं.
पान का पत्ता करें शामिल
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण की पूजा में पान का विशेश महत्व होता है. मान्यता है कि पूजा में पान का पत्ता शामिल करने मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, पूजा के दौरान एक ताजा पान का पत्ता लें और उसमें ‘ऊं वासुदेवाय नमः’ लिखकर श्रीकृष्ण को अर्पित कर दें. माना जाता है कि ऐसा करने से पूजा फलदायी होती है.
तुलसी पूजा
जन्माष्टमी के दिन तुलसी पूजा का विशेष महत्व है. शास्त्रों में बताया गया है कि तुलसी भगवान कृष्ण को प्रिय हैं. ऐसे में इस दिन तुलसी पूजन शुभ माना जाता है. कहते हैं कि शाम के समय तुलसी के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए और 11 बार परिक्रमा लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
तुलसी की पत्ती नहीं तोड़ना चाहिए
जन्माष्टमी के दिन भगवान के चरणों में अर्पित करने के लिए और प्रसाद में इस्तेमाल करने के लिए बहुत लोग तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं. जिसके लिए वो जन्माष्टमी के दिन तुलसी की पत्तियां तोड़ते हैं. लेकिन ऐसा करने से लड्डू गोपाल नाराज़ हो सकते हैं. क्योंकि श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु का अवतार हैं और विष्णु जी को तुलसी बहुत पसंद है. इसलिए जन्माष्टमी के दिन तुलसी की पत्ती नहीं तोड़ना चाहिए.
चावल नहीं खाना चाहिए
जन्माष्टमी के दिन वैसे तो ज्यादातर लोग व्रत रखते हैं. लेकिन जो व्रत नहीं भी रखते हैं उनको जन्माष्टमी के दिन चावल नहीं खाना चाहिए. क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में एकादशी और जन्माष्टमी के दिन चावल या जौ से बने भोज्य पदार्थ खाना वर्जित माना जाता है. इसलिए जन्माष्टमी के दिन चावल खाने से बचना चाहिए.
तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए
जन्माष्टमी के दिन लहसुन प्याज़ का सेवन नहीं करना चाहिए और अन्य तामसिक भोजन भी नहीं करना चाहिए. साथ ही मांस-मदिरा का सेवन भी इस दिन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से कान्हा नाराज़ हो सकते हैं.
किसी का अनादर न करें
भगवान श्री कृष्ण के लिए अमीर और गरीब सारे भक्त एक समान ही हैं. इसलिए इस दिन किसी भी व्यक्ति का अनादर नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से भगवान नाराज़ हो सकते हैं. साथ ही आपको आपकी पूजा और व्रत का फल भी नहीं मिलता है.
पेड़ों को नहीं काटना चाहिए
जन्माष्टमी के दिन पेड़ों को काटना अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि श्रीकृष्ण हर एक चीज में बसते हैं और हर एक चीज उनमें बसती है. मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने से भगवान खुश होते हैं और घर में सुख-शांति बनी रहती है.
ब्रह्मचर्य का पालन ज़रूरी
जन्माष्टमी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन न करने से भगवान श्रीकृष्ण नाराज़ हो सकते हैं. इसलिए जन्माष्टमी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन ज़रूर करना चाहिए और पूजा-अर्चना और भक्ति में ध्यान लगाना चाहिए. इससे कान्हा खुश होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं.
गाय का न करें अपमान
गाय का अपमान तो आपको वैसे भी कभी नहीं करना चाहिए लेकिन जन्माष्टमी के दिन इस बात का विशेष ख्याल रखने की ज़रूरत है. श्रीकृष्ण को गायों से बहुत प्यार था और वो अपना काफी समय उनके बीच बिताते थे. कहा जाता है कि जो गाय की सेवा करता है उसको कान्हा का आशीर्वाद सीधे तौर पर प्राप्त होता है.
Also Read: Janmashtami 2023 Date: 6 या 7 सितंबर, आखिर कब है जन्माष्टमी ?, जानें डेट, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )