प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 जनवरी 2021 को शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनी (Shine City Group of Company) के प्रमोटर राशिद नसीम (Rashid Naseem) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था। जांच में सामने आया कि फर्जी रियल एस्टेट योजनाओं और मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीमों के जरिए करीब 127.98 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की गई।
आम जनता को दिखाए सपने, लूट लिए करोड़ों
ED की रिपोर्ट के अनुसार, राशिद नसीम ने आम लोगों से जमीन, घर और अन्य आकर्षक योजनाओं के नाम पर निवेश करवाया। परंतु, इन पैसों का इस्तेमाल निजी लाभ के लिए किया गया और योजनाएं कागज़ों तक ही सीमित रहीं।
उत्तर प्रदेश से बिहार तक फैला ठगी का जाल
उत्तर प्रदेश के लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, सोनभद्र समेत कई जिलों में राशिद नसीम के खिलाफ 500 से अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। इतना ही नहीं, बिहार तक के सैकड़ों लोगों से अरबों रुपये की ठगी की गई। लोगों को प्लॉट और आवास योजनाओं के सपने दिखाकर उनका भरोसा तोड़ा गया।
तीन साल तक फरार रहा मुख्य आरोपी
करीब तीन वर्षों तक निवेशकों के पैसे लेकर फरार रहने के बाद, ED ने अपनी जांच में मनी लॉन्ड्रिंग की तकनीकों जैसे ‘प्लेसमेंट’, ‘लेयरिंग’ और ‘इंटीग्रेशन’ का इस्तेमाल कर संपत्तियों को वैध दिखाने की कोशिशों का भी खुलासा किया।
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अब घोषित हुआ भगोड़ा
अदालत ने राशिद नसीम को अब भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर दिया है। इससे ED को उसकी संपत्तियों की जब्ती की प्रक्रिया में कानूनी मजबूती मिल गई है। यह कार्रवाई निवेशकों को न्याय दिलाने की दिशा में अहम मानी जा रही है।
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