केजरीवाल के इशारे पर हुआ गाजियाबाद में हिंदुओं का धर्मांतरण, गंदे खेल के लिए AAP ने दी थी मोटी रकम, दलित युवक का दावा

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ एक और बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. हाथरस कांड़ के बाद हाल ही में गाजियाबाद (Ghaziabad) में वाल्मिकि समाज (Valmiki Society) के 50 परिवार के 236 लोगों द्वारा बौद्ध धर्म अपनाने के मामले में फंडिंग और गहरा षड्यंत्र निकलकर सामने आया है. दलित युवक की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. दलित युवक ने धर्मांतरण के पीछे आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का हाथ बताया है. शख्स के मुताबिक केजरीवाल ने धर्मांतरण के इस खेल के लिए मोटी रकम भी दी है.


दलित युवक मोंटू वाल्मीकि ने बताया कि गाजियाबाद में हिंदुओं का धर्मांतरण अरविंद केजरीवाल के इशारे पर हुआ है. केजरीवाल ने पवन नामक युवक को अपने आवास पर बुलाया था और वहीं पूरी स्क्रिप्ट लिखी गई कि कैसे बड़ी संख्या में हिंदुओं का धर्मांतरण कराकर हाथरस मुद्दे से जोड़ते हुए योगी सरकार को दलित विरोधी साबित करना है. दलित युवक के मुताबिक अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने इसके लिए मोटी रकम दी है. बता दें कि धर्मपरिवर्तन का यह मामला सामने आते ही आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह लगातार योगी सरकार पर हमलावर बने हुए हैं.


मोंटू वाल्मीकि की तहरीर पर पर साहिबाबाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. मोंटू ने आरोप लगाया है कि धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाकर वाल्मिकि समाज में वैमनस्यता फैलाने की कोशिश की जा रही है. अपनी तहरीर में दलित युवक ने कहा है कि 21 अक्टूबर को करहेड़ा में कुछ अज्ञात लोगों व संगठनों द्वारा 230 लोगों के धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाने की कोशिश की गई है और इससे संबंधित जो प्रमाण पत्र है, जिसमें कोई नाम व पता नहीं है. प्रमाण पत्र जारी करने की तारीख नहीं है, कोई पंजीकरण संख्या अंकित नहीं है. जिनपर किसी का भी नाम लिखा जा सकता है, जो एक आपराधिक षडयंत्र के तहत जाति हिंसा व लोगों में द्वेष भावना भड़काने व फैलान का प्रयास है.


दलित युवक ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार व अधिकारियों की सजगता, कार्यशैली से अपराधी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुए, लेकिन इन अपराधियों के द्वारा लोगों में धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने व हिंसा फैलाने का पूर्ण प्रयास किया है, जो आपराधिक कार्य है.


वहीं, मामले की जांच में आपराधिक षड्यंत्र का खुलासा हुआ है. सादे कागज व अधूरे कागजातों के आधार पर धर्मांतरण की झूठी अफवाह फैलाने की बात सामने आ रही है. इस साजिश में भोले-भाले लोगों को का इस्तेमाल किया गया. उधर, फॉर्म देने वालों ने बताया कि लाभकारी योजनाओं के फॉर्म दिये गए.


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