यूपी में मैनपुरी के करहल में एमएलसी के आवास पर शोक व्यक्त करने आए पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा पर हमलावर रहे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में रंग और नाम बदलने का फैशन चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आम जनमानस को गुमराह कर रहे हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य को बधाई देते हुए कहा समाजवादी पार्टी का मानना है कि सभी जातियों को भी जोड़ा जाए और जातियों के आबादी के हिसाब से उनको हक और सम्मान मिल जाए।
पूर्व सीएम ने कहा ये
जानकारी के मुताबिक, मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी ने राज्य में रंग और नाम बदलने का नया फैशन चलाकर आम जनमानस को गुमराह करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि मैं आपसे कह रहा हूं कोई लखनऊ मत जाना अगर लखनऊ आप गए और मुख्यमंत्री जी को पता लग गया तो जरूरी नहीं कि उसी नाम से आप लखनऊ से वापस आओ क्योंकि हमारे मुख्यमंत्री का रंग बदलने और नाम बदलने का नया फैशन है।
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि विकास का कोई काम नहीं किया है। इसलिए किसी भी मोहल्ले, किसी भी गांव का नाम बदला जा सकता है और अगर आप लोग गलती से लखनऊ चले गए और पता लग गया कि आप लोग इटावा से आए हो तो आपका नाम नया जरूर पड़ जाएगा और बदल भी दिया जाएगा।
कहा – इस सरकार में हुआ किसानों का अपमान
आगे उन्होंने कहा कि इस सरकार में जितना किसान अपमानित हुआ है इतना कभी नहीं हुआ। अन्नदाता जो हमारा पेट भरता है और हमारे लिए रोटी और कपड़े का इंतजाम करता है उसको सबसे ज्यादा अपमानित किया गया। किसानों को मवाली, आतंकवादी जैसे शब्दों से भी नवाजा गया है। झूठे मुकदमे लगाए गए। उन्होंने उज्ज्वला योजना पर तंज कसते हुए कहा कि लाभार्थियों को गैस सिलिडर तो दे दिए गए लेकिन सिलिडर भरवाने की कीमत क्या है यह नहीं बताया गया।
भाजपा के लोगों को गांव गांव जाकर माताओं बहनों से माफी मांगनी चाहिए कि जिस तरीके से उन्होंने पेट्रोल डीजल व सिलिडर के रेट बढ़ाए हैं। वह हर घर का बजट बिगाड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो दल समाजवादी विचारधारा से मिलते जुलते हैं और भाजपा को हराना चाहते हैं उन सभी को साथ लाया जाएगा। उन्होंने महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य को बधाई देते हुए कहा कि जनाक्रोश यात्रा उनकी शानदार रही। महानदल के कार्यकर्ता सड़कों पर आकर लोगों के बीच हैं। सपा सभी जातियों को जोड़ेगी। जातियों की आबादी के हिसाब से उनको हक और सम्मान मिलना चाहिए।
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