कानपुर के बिकरू कांड का आरोपी विकास दुबे भले ही एनकाउंटर में मारा गया हो, बावजूद इसके अब विकास के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। दरअसल, SIT की जांच में विकास के पास करोड़ों की संपत्ति होने की बात सामने आई है। जिसके बाद अब SIT ने यूपी सरकार को दी गई अपनी रिपोर्ट में कई सिफारिश की है। जिसमें विकास दुबे की संपत्ति की जांच ED द्वारा कराए जाने की बात है।
SIT ने की ये सिफारिश
जानकारी के मुताबिक, कानपुर के बिकरू कांड की जांच के लिए गठित एसआईटी की सिफारिशों पर कार्रवाई के लिए शासन ने अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी सौंपी है। एसआईटी ने विकास दुबे और उसके गैंग की लगभग 150 करोड़ की संपत्तियों का पता लगाया है, जिसकी जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के साथ भी साझा की जाएगी। शासन के अनुरोध पर ईडी पहले ही इस मामले की जांच कर रहा है। प्रशासनिक और पुलिस से संबंधित सुधारों पर भी जल्द अमल होगा।
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एसआईटी ने पिछले महीने के शुरू में सरकार को सौंपी गई अपनी जांच रिपोर्ट में ये भी कहा है कि दुबे और उसके गैंग की मदद करने वाले सभी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दुबे को मुखबिरी के चलते पहले से ही पुलिस की दबिश के बारे में जानकारी मिल गई थी। SIT ने यूपी सरकार से इस मामले में कुल 90 पुलिसकर्मियों और अन्य डिपार्टमेंट के अधिकारियों पर एक्शन की मांग की है।
36 लोगों को बनाया गया है आरोपी
SIT की सिफारिश पर ईडी ने सितंबर 2020 में कुख्यात विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी समेत करीब 36 आरोतिपों के विरुद्ध केस दर्ज किया था और ईडी इस मामले में विकास दुबे की पत्नी से लंबी पूछताछ भी कर चुकी है। एसआइटी की जांच में विकास दुबे व उसके गिरोह की संपत्तियों के जो साक्ष्य सामने आए हैं, उन्हें अब ईडी को सौंपा जाएगा। इसके अलावा एसआइटी ने प्रशासनिक व पुलिस सुधार की जो सिफारिशें की थीं, उन पर जल्द अमल कराए जाने की तैयारी है।
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