प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को पूर्वांचल की बहु प्रतिक्षित सरयू नहर परियोजना (Saryu Canal Project) का बलरामपुर जिले में लोकार्पण करेंगे। करीब 9802 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित सरयू नहर परियोजना का बलरामपुर के हसुंवाडोल गांव से लोकार्पण होगा। लोकार्पण कार्यक्रम स्थल को देखने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बहराइच के गोपिया बैराज पहुंचकर निरीक्षण किया। इसके बाद सीएम योगी श्रावस्ती में राप्ती बैराज निरीक्षण के लिए पहुंचे। यह परियोजना बहराइच जिले के कैलाशपुरी से शुरू होकर पूर्वांचल के 9 जिलों में फैली है।
सरयू नहर परियोजना के अंतर्गत बहराइच के मिहीपुरवा तहसील क्षेत्र के 2 प्रमुख स्थानों कैलाशपुरी और गोपिया में बैराज बने हैं। नहर और बैराजों की वर्तमान स्थिति की जांच व तैयारियों का सीएम योगी ने अवलोकन किया। इस दौरान उनके साथ जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।
सीएम योगी ने इस मौके पर सीडीएस जनरल विपिन रावत के निधन पर शोक जताया और देश की अपूर्णीय क्षति करार दिया। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को मृत सैनिकों के आवास पर जाकर शोक जताने को कहा है, वह स्वयं भी जाएंगे। उन्होंने बताया कि 1972 में सरयू नहर परियोजना बनी और कार्य लगभग 45 साल पहले 1978 में शुरू हुआ। राजनीतिक उठापटक और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण यह परियोजना अधर में लटकी रही। साल 2017 तक मात्र 52 प्रतिशत ही कार्य हुआ था। इसके बाद चार साल में 48 फीसदी कार्य पूर्ण कराया।
बहराइच में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के अंतर्गत निर्मित सरयू बैराज का निरीक्षण मा.मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी द्वारा किया गया।
इस परियोजना को मा.प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी द्वारा 11 दिसम्बर को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। pic.twitter.com/HTyMaRPVOm— Dr. Mahendra Singh (@bjpdrmahendra) December 9, 2021
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से 6,227 गांवों की लगभग 15 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हो सकेगी। कृषि एवं कृषक उत्थान को समर्पित ‘सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना’ विकास के नए मानक स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना चार दशक से अधिक समय से लंबित थी। प्रधानमंत्री 11 दिसंबर को इस बहुप्रतीक्षित परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इससे नौ जनपदों के लगभग 30 लाख किसान लाभान्वित होंगे, साथ ही यह परियोजना प्रदेश के सर्वांगीण विकास में सहायक बनेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पहले देवीपाटन मंडल के तीन जिलों तक परियोजना सीमित थी, जिसे बढ़ा कर नौ जिला कर दिया गया है। इस परियोजना से बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, महाराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर और कुशीनगर जिलों के 25 लाख से अधिक किसान लाभान्वित होंगे।
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