समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने डीजीपी मुकुल गोयल (Mukul Goel) को आरोप लगाकर हटाने पर योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर तंज कसा है। सपा चीफ ने ट्वीट कर लिखा कि यूपी के डीजीपी को ये आरोप लगाकर हटाना कि वो शासकीय कार्य की अवहेलना करते थे, विभागीय कार्य में रुचि न लेते थे और अकर्मण्य थे, बेहद बचकाने बहाने हैं। इससे पुलिस बल का मनोबल गिरा है। क्या उनकी नियुक्ति के समय उनकी योग्यता की जांच नहीं की गयी थी, ऐसे में उनका चयन करने वाले भी दोषी हुए।
प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी डीजीपी को विभागीय कार्यों में रुचि न लेने और अकर्मण्यता की वजह से उनके पद से मुक्त कर दिया गया है और उन्हें डीजी नागरिक सुरक्षा के रूप में तैनात किया गया है। जून 2021 में मुकुल गोयल यूपी के डीजीपी नियुक्त किए गए थे, लेकिन उन्होंने अपने पद एक साल भी पूरा नहीं किया कि, गंभीर आरोप के साथ पद से हटाए जाने का फरमान आ गया
उप्र के DGP को ये आरोप लगाकर हटाना कि वो शासकीय कार्य की अवहेलना करते थे, विभागीय कार्य में रुचि न लेते थे व अकर्मण्य थे, बेहद बचकाने बहाने हैं। इससे पुलिस बल का मनोबल गिरा है। क्या उनकी नियुक्ति के समय उनकी योग्यता की जाँच नहीं की गयी थी, ऐसे में उनका चयन करने वाले भी दोषी हुए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 15, 2022
वहीं, प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी का पद संभालने के बाद देवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पुलिस बल के डीजीपी के रूप में जनता की सेवा का अवसर देने के लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। इसके साथ देवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि यूपी पुलिस एक परिवार की भांति टीम भावना बनाये रखते हुए शासन की प्राथमिकताओं के अनुसार पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी से कार्य करेगी। इससे पहले यूपी के कार्यवाहक डीजीपी ने सीएम योगी से उनके सरकारी आवास पर शिष्टाचार भेंट की थी
कौन हैं डीएस चौहान
मूल रूप से मैनपुरी के निवासी डॉ. देवेंद्र सिंह चौहान का जन्म 20 मार्च, 1963 को महाराष्ट्र के सतारा में हुआ था। उनके पिता शिवराम सिंह चौहान सतारा सैनिक स्कूल में शिक्षक थे। डॉ. चौहान ने एमबीबीएस की पढ़ाई की है। 1988 बैच के आइपीएस हैं और वर्ष 2006 से वर्ष 2011 तथा वर्ष 2016 से वर्ष 2020 के बीच दो बार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात रहे हैं।
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उनकी पत्नी एस. राधा चौहान वरिष्ठ आइएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर डीओपीटी में सचिव के पद तैनात हैं। इंटेलीजेंस व विजिलेंस जैसी पुलिस की दो प्रमुख शाखाओं की अगुवाई कर रहे चौहान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में गिना जाता है।