उत्तराखंड की ACS होम ने UP Police पर लगाए गंभीर आरोप, एडीजी ने बताया तथ्यहीन और दुर्भाग्यपूर्ण

 

 

हाल ही खनन माफिया जफर की गिरफ्तारी के लिए मुरादाबाद पुलिस ने उत्तराखंड में छापेमारी की थी। इस दौरान काफी बवाल हुआ। लोगों ने पुलिस टीम को घेर कर पीटा। इतना ही नहीं, इस दौरान हुई फायरिंग में एक महिला की मौत हो गई। जिसके बाद यूपी पुलिस और उत्तराखंड पुलिस आमने सामने आ गई। हालत ये हो गए उत्तराखंड के एसीएस होम ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि किसी भी सिविल सर्वेंट को ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान देना शोभा नहीं देता है।

उत्तराखंड के एसीएस ने उठाए थे सवाल

जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड में अपराधी पकड़ने गई यूपी पुलिस की फायरिंग में एक महिला की मौत होने बाद मचे बवाल को लेकर राधा रतूड़ी ने कहा था कि यूपी पुलिस दोषियों की बजाय निर्दोष लोगों को पकड़ती है। निर्दोष लोगों को पकड़कर क्राइम केसों को सॉल्व करने का चलन बहुत ही गलत है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूपी पुलिस कई बार निर्दोष व्यक्ति को पकड़कर कहती है कि हमने क्राइम केस सॉल्व कर दिया, जो सरासर गलत है।

एडीजी ने जताई आपत्ति

एसीएस होम जैसे पद पर बैठी एक अधिकारी द्वारा दिए गए इस तरह के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए यूपी पुलिस ने उत्तराखंड सरकार से ऐसे बयानों पर तत्काल रोक लगाने का भी अनुरोध किया है। एडीजी ने कहा है कि यूपी पुलिस ने उत्तराखंड की अपर मुख्य सचिव, गृह का बयान देखा व सुना है। ये बयान खेदजनक और तथ्यों पर आधारित नहीं है। बिना तथ्यों की जानकारी किए ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान देने से किसी भी लोक सेवक को बचना चाहिए। विशेषकर जब देश के सबसे बड़े व संवेदनशील राज्य से जुड़ा मुद्दा हो।

एडीजी ने पूछे सवाल

एडीजी ने एसीएस से पूछा- जिन्हें न्यायालयों ने सजा दी, क्‍या वे न‍िर्दोष लगते हैं। एडीजी ने सवाल उठाया है कि क्या उत्तराखंड की अपर मुख्य सचिव, गृह को माफिया मुख्तार अंसारी व विजय मिश्रा, जिन्हें न्यायालयों ने सजा दी है, निर्दोष लगते हैं। क्या जफर जो कि एक खनन माफिया है और उस पर पूर्व से ही एक लाख रुपये का इनाम है और वांछित चल रहा था या उधमसिंहनगर का रहने वाला ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख निर्दोष लगते हैं। यूपी पुलिस ने पूरे देश में अपराध व अपराधियों के प्रति कार्रवाई करके एक नजीर प्रस्तुत की है। ऐसी स्थिति में इस प्रकार का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।

एडीजी का कहना है कि यूपी पुलिस ने अथक प्रयासों के बाद महिलाओं के प्रति अपराध करने वालों, सभी तरह के माफिया व शातिर अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की है। ऐसे सभी प्रकार के अपराधियों को सजा दिलाने में यूपी पुलिस ने देश में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। यूपी पुलिस ने उत्तराखंड सरकार से इस तरह के गैरजिम्मेदाराना तथा तथ्यहीन बयानों पर तत्काल रोक लगाए जाने की मांगी की है।

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