मुकेश कुमार, संवाददाता गोरखपुर . गोरखपुर के लोकप्रिय सांसद रवि किशन शुक्ला ने लोकसभा में नियम 377 के तहत गोरखपुर में कौशल विकास एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग उठाई। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष महोदय का धन्यवाद देते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं के लिए रोजगारपरक शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण का एक महत्वपूर्ण केंद्र साबित होगा।
प्रधानमंत्री मोदी के ‘स्किल इंडिया’ विजन को मिलेगी मजबूती
सांसद रवि किशन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि देश के युवा शक्ति को रोजगारपरक कौशल प्रदान किया जाए। उन्होंने बताया कि अब तक पारंपरिक स्नातक (BA, BSc, BCom) और परास्नातक (MA, MSc, MCom) की डिग्रियां तो मिलती रही हैं, लेकिन इनमें व्यावसायिक कौशल की कमी होने के कारण युवा सरकारी नौकरी की तलाश में भटकते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस समस्या को समझते हुए कौशल विकास मंत्रालय की स्थापना की और देशभर में कई कौशल विकास केंद्र खोले। लेकिन इन केंद्रों में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं की कमी के कारण अभी भी यह कार्यक्रम उतनी गति नहीं पकड़ पाया है, जितनी आवश्यकता थी।
पूर्वी उत्तर प्रदेश को मिलेगा लाभ
सांसद ने लोकसभा में कहा कि जहां जनसंख्या घनत्व अधिक और कृषि योग्य भूमि की कमी के कारण लोग नौकरी के विकल्पों पर अधिक निर्भर रहते हैं। सरकारी नौकरियों की संख्या लगातार घट रही है, ऐसे में गोरखपुर में कौशल विकास विश्वविद्यालय की स्थापना अत्यंत आवश्यक है।
इस विश्वविद्यालय के खुलने से गोरखपुर सहित 14-15 जिलों के साथ-साथ पश्चिमी और उत्तरी बिहार के युवा भी लाभान्वित होंगे।
वैश्विक स्तर पर बढ़ेगी भारत की छवि
सांसद ने कहा कि आज पूरी दुनिया में प्रशिक्षित कार्यबल (skilled workforce) की भारी कमी है, और भारत के पास सबसे अधिक युवा जनसंख्या है। ऐसे में व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से हम अपने युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के लिए तैयार कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कौशल विकास केंद्र सिर्फ सर्टिफिकेट प्रदान करते हैं, लेकिन डिग्री कोर्स की मान्यता अधिक होती है। इसलिए यह आवश्यक हो गया है कि विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त कौशल विकास विश्वविद्यालय स्थापित किया जाए, जहां युवाओं को अलग-अलग रोजगारपरक विषयों में प्रशिक्षण लेने की स्वतंत्रता मिले।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप होगा विश्वविद्यालय
सांसद रवि किशन ने कहा कि यह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के अनुरूप होगा, जिसमें छात्रों को उनकी रुचि और प्रतिभा के अनुसार कोर्स चुनने की स्वतंत्रता मिलेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए हमें अभी से कौशल विकास को बढ़ावा देना होगा।
सरकार से विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग
सांसद रवि किशन ने सरकार से अपील करते हुए मांग की कि गोरखपुर में कौशल विकास एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय की स्थापना पर शीघ्र विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और भारत को वैश्विक स्तर पर आर्थिक रूप से मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।
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उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष महोदय और सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रस्ताव पर शीघ्र निर्णय लिया जाए ताकि पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं का भविष्य उज्ज्वल हो सके