बलरामपुर: SP अनुराग आर्य के राज में कानून से खिलवाड़, रिश्वत लेकर धाराएं कम करता है चौकी प्रभारी

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले की पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। यहां पुलिस पर आरोप लगा है कि वर्दी का रौब दिखाकर पीड़ित से मुकदमा वापस लेने की धमकी दी जाती है। साथ ही आरोपी पक्ष से पैसे लेकर धाराएं कम कराने की भी बात सामने आ रही है।


आरोपी पक्ष से पैसे लेकर चौकी प्रभारी ने कम कर दी धाराएं

एक तरफ जहां साफ और ईमानदार छवि वाले पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य जिले में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हैं। वहीं, दूसरी तरफ अधीनस्थ पुलिसकर्मी उनकी नाक के नीचे कानू से खिलवाड़ कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि एसपी अनुराग आर्य के सिपहसलार उनकी एक नहीं सुनते और पैसे लेकर धाराएं तक कम कर देते हैं।


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दरअसल ये आरोप लगा है उतरौला श्रीगंज चौकी प्रभारी शशि भूषण पर जो कानून से ज्यादा अपनी जेब को नोटो से भरने में दिलचस्पी लेते हैं और फिर इसके लिए उन्हे कानून से ही खिलवाड़ क्यों न करना पड़े। इतना ही नहीं श्रीगंज चौकी प्रभारी शशि भूषण पांडेय पर तो ये भी आरोप है कि वे पीड़ित पर दबाव बनाकर उन्हें मुकदमा वापस लेने के लिए भी धमकाते हैं। बता दें कि चौकी प्रभारी ने महिलाओं के साथ अभद्रता के मामले में लगाई जाने वाली धारा नहीं लगाई। साथ ही लूटपाट की धारा पैसे लेकर हटा दी। वहीं, जान से मारने की धमकी देने के मामले में भी धारा 307 का जिक्र एफआईआर में नहीं किया गया है।


आरोपियों ने महिलाओं की पीटा, छीन ली सोने की चेन

जानकारी के मुताबिक, पीड़ित कृषांग पांडेय की तरफ से पुलिस में दी गई तहरीर में कहा गया है कि 23 मार्च को लकी पुत्र वाहिद अली और आदिम पुत्र वचऊ और चार अन्य आरोपियों ने पीड़ित को पकड़कर जबरदस्ती अपनी मोटर साइकिल पर बैठाने लगे। ऐसे में जब पीड़ित चिल्लाने लगा तो उसके पिता उमाकांत पांडेय और मां मालती देवी, बहन अनीता, संगीता और भाभी बचाने लगे।


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इस दौरान आरोपी लकी ने पीड़ित की बहन की सोने की चेन छीन ली। वहीं, अन्य आरोपी पीड़ित के परिजनों से मारपीट करने लगे। उधर, आरोपी आदिल ने गल्ले से पांच हजार रुपए निकाल लिए। इस दौरान चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग जमा होने लगे तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।


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इस मामले में जब Breaking Tube ने बलरामपुर अनुराग आर्य से बात की तो उन्होंने बताया कि फिलहाल ये मामला उनके संज्ञान में नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर पीड़ित उनसे संपर्क करता है तो मामले को संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।


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