योगी सरकार मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक (Yogi Cabinet Meeting) में कई अहम फैसलों को मंजूरी दी, जिनमें सबसे बड़ा निर्णय पूर्व अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में 20% आरक्षण देने का है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने जानकारी दी कि यह आरक्षण यूपी पुलिस सिपाही, घुड़सवार, फायरमैन और पीएसी सिपाही की सीधी भर्तियों में लागू होगा। इसके साथ ही आयु सीमा में 3 साल की छूट भी दी जाएगी। शर्त यह है कि उम्मीदवार उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए। अग्निपथ योजना के तहत भर्ती हुए पहले बैच के जवान 2026 में सेवा से मुक्त होंगे।
हरियाणा-ओडिशा में 10 प्रतिशत आरक्षण
सुरेश खन्ना ने दावा किया कि अन्य राज्यों की तुलना में यूपी में अग्निवीरों को सबसे अधिक आरक्षण दिया जाएगा, जहां सीआईएसएफ, बीएसएफ, हरियाणा और ओडिशा जैसे राज्यों में 10% आरक्षण ही उपलब्ध है। वहीं, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने बताया कि नोएडा में हल्दीराम फूड कंपनी एक स्नैक्स फूड प्लांट लगाएगी। इस प्लांट के माध्यम से सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा अयोध्या में महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है।
पर्यटकों के लिए होम स्टे पॉलिसी
प्रदेश में पर्यटकों को सस्ती और सुरक्षित आवास सुविधा देने के लिए ब्रेड एंड ब्रेकफास्ट व होम स्टे पॉलिसी को लागू करने की तैयारी है। इस नीति के तहत घरों को रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के बाद होम स्टे में बदला जा सकेगा।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करने की तैयारी
खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से प्रदेश भर में अन्नपूर्णा भवन बनाए जाएंगे, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत काम करेंगे।
अन्य प्रस्तावों को भी मिली मंजूरी:
- औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति 2022 के अंतर्गत गठित समिति की सिफारिशों को मंजूरी।
- डेटा सेंटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को बिजली आपूर्ति में विशेष सुविधा देने का निर्णय।
- गाजियाबाद में अजय कुमार गर्ग विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए आशय पत्र जारी करने का प्रस्ताव पारित।
- एक जिला-एक उत्पाद (ODOP) योजना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए विशेष कार्यक्रम को मंजूरी।
क्या है अग्निपथ योजना?
2022 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना के तहत थल, जल और वायु सेना में चार साल के कॉन्ट्रैक्ट पर युवाओं की भर्ती की जाती है। इस अवधि में 6 महीने की ट्रेनिंग भी शामिल होती है। सेवा समाप्ति के बाद 25% को परमानेंट किया जाएगा, जबकि शेष को सिविल जीवन में वापसी करनी होगी। पहले बैच के करीब 1 लाख अग्निवीरों में से 25 हजार को सेना में नियमित सेवा मिलेगी।
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