सिर्फ बीजेपी ही नहीं विपक्षी पार्टियों के भी वापस हों राजनैतिक द्वेष के मुकदमे, मायावती की योगी सरकार से मांग

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सितंबर 2013 में मुजफ्फरनगर के नगला मंदोर गांव में आयोजित एक महापंचायत में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में तीन विधायकों सहित बीजेपी नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने के लिए याचिका दायर की है। सरकार की इस फैसले ने यूपी का सियासी तापमान बढ़ा दिया है। अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती (Mayawati) ने भी सभी विपक्षी पार्टियों के लोगों पर राजनैतिक द्वेष के मुकदमे वापस लेने की मांग की है।


मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि यूपी में बीजेपी के लोगों के ऊपर राजनैतिक द्वेष की भावना से दर्ज मुकदमे वापिस होने के साथ ही, विपक्षी पार्टियों के लोगों पर भी ऐसे दर्ज मुकदमे भी जरूर वापिस होने चाहिए। बीएसपी की यह मांग है।


बता दें कि योगी सरकार ने राजनैतिक द्वेष के कारण अपने तीन विधायकों सहित अन्य नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने की याचिका दायर की है। इसमें संगीत सोम, सुरेश राणा, कपिल देव अग्रवाल के अलावा हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची का भी नाम शामिल है।


इन नेताओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के अलावा सरकार प्रशासन से भिड़ने आदि का आरोप है। मुजफ्फरनगर के काउंसिल राजीव शर्मा ने बताया कि सभी भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लेने की राज्य सरकार ने कोर्ट में याचिका दी है।


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